Cast Controversy JNU

“ब्राह्मण वापस जाओ” JNU की दीवारों पर लिखे आपत्तिजनक नारे, VC बार बार कह रहे ये बात ….जानें पूरा विवाद

धर्म को लेकर की गई टिप्पणी को बर्दास्त नहीं किया जाएगा। जेएनयू वीसी Shantishree D Pandit ने स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज (SIS) और ग्रीवान्सेस कमेटी के डीन को जल्द से जल्द मामले की जांच पूरी करके रिपोर्ट देने का आदेश दिया है।

Edited By :   Modified Date:  December 4, 2022 / 02:32 PM IST, Published Date : December 4, 2022/2:32 pm IST

Cast Controversy JNU: देश भर में जाति और धर्म को लेकर हुई बयान बाजी की आग अब विश्वविद्यालय में लगने लगी हैं। हाल ही में देश के जाने माने विश्वविद्यालय JNU का नाम उस लिस्ट में शुमार हो गया हैं जहां पर शिक्षकों और काम करे कर्मचारियों का जातिगत विरोध किया गया हैं। ये मामला कुछ दिनों पहले ही जेएनयू में उभरा था जो अब खतरनाक रुप ले रहा हैं।

दरसल बीती 1 दिसंबर की रात को जेएनयू कैंपस की अलग अलग दीवारों पर ब्राह्मण विरोधी नारे लिखे गए। जिसको लेकर पूरे कैंपसऔर शिक्षा विभाग में अफरातफरी में मची हुई हैं। इस मामले को लेकर जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी की कुलपति (JNU VC) प्रोफेसर शांतिश्री डी पंडित ने इस मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए तुरंत जांच के आदेश दे दिए हैं।

जेएनयू प्रशासन ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है।  कुलपति ने कैंपस में लिखे इस तरह के नारे को लेकर कहा है कि कैंपस में किसी भी तरह की जाति और धर्म को लेकर की गई टिप्पणी को बर्दास्त नहीं किया जाएगा। जेएनयू वीसी Shantishree D Pandit ने स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज (SIS) और ग्रीवान्सेस कमेटी के डीन को जल्द से जल्द मामले की जांच पूरी करके रिपोर्ट देने का आदेश दिया है। रजिस्ट्रार ऑफिस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ‘जेएनयू समावेशिता और समानता के लिए खड़ा है।

ये हैं पूरा मामला

Cast Controversy JNU ज्ञात लोगों ने जेएनयू कैंपस में जगह-जगह दीवारों पर ब्राह्मण विरोधी नारे लिख दिए. कुछ नारे बेहद भड़काऊ थे- ‘ब्राह्मण कैंपस छोड़ो’, ‘हम तुम्हारे लिए आ रहे हैं’, ‘शाखा वापस जाओ’, ‘हम बदला लेंगे’, ‘खून खराबा होगा’। ये मामला बीती रात का हैं जब कुछ शिक्षकों के विरोध में ऐसा किया गया।

इनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही हैं। जेएनयू टीचर्स फोरम ने भी कुछ फोटो ट्विटर पर शेयर किए हैं। पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है- ‘जबकि वामपंथी उदारवादी गैंग हर असहमत आवाज को डराने-धमकाने का काम करते हैं, वे ऐसा EC प्रतिनिधि चुनने की भी अपील करते हैं जो पारस्परिक सम्मान, नागरिक मूल्य स्थापित करे और सबको समान ट्रीटमेंट दे। गुंडागर्दी का बेहद निंदनीय काम’।

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