नयी दिल्ली, सात जनवरी (भाषा) केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने 2.25 लाख रुपये की रिश्वत मामले में कथित संलिप्तता को लेकर चेन्नई में एक आयकर अधिकारी और एक चार्टर्ड एकाउंटेंट (सीए) को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) के अधीक्षण अभियंता संजय चिंचघरे, सहायक मूल्यांकन अधिकारी (एवीओ) डी. मंजूनाथन और सीए सतगुरुदास और संपत्ति के मालिक सुरेश के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद जांच एजेंसी ने यह कार्रवाई की है।
चिंचघरे चेन्नई आयकर मूल्यांकन प्रकोष्ठ में जिला मूल्यांकन अधिकारी के पद पर भी तैनात रहे थे।
अधिकारियों ने कहा कि उस आरोप के बाद सीबीआई ने मामला दर्ज किया था कि सुरेश ने अपने आयकर रिटर्न में उच्च मूल्य की संपत्ति के लेनदेन की घोषणा की थी, जिसे ‘राष्ट्रीय फेसलेस असेसमेंट सेंटर’, नई दिल्ली द्वारा आयकर मूल्यांकन प्रकोष्ठ को भेजा गया था।
मंजूनाथन ने कथित तौर पर संपत्ति का निरीक्षण किया और संपत्ति की कीमत में अंतर को रेखांकित किया।
सीबीआई के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘मूल्यांकन को अंतिम रूप देने में सक्षम प्राधिकारी चिंचघरे थे जो अधीक्षण अभियंता (योजना), सीपीडब्ल्यूडी, चेन्नई में तैनात थे और जो जिला मूल्यांकन अधिकारी (डीवीओ), आयकर मूल्यांकन प्रकोष्ठ, चेन्नई का प्रभार भी संभाल रहे थे।’’
प्रवक्ता ने कहा कि यह भी आरोप लगाया गया था कि आयकर मूल्यांकन प्रकोष्ठ के अधिकारियों ने संपत्ति के मालिक सुरेश से उसका पक्ष मजबूत करने के लिए 3.50 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी, जिसने उक्त रकम एवीओ को देने के लिए अपने सीए सतगुरुदास को भेजा था।
उन्होंने कहा कि रिश्वत के कथित लेन-देन के बारे में जानकारी के बाद सीबीआई ने रिश्वत देने के दौरान मंजूनाथन और सतगुरुदास को गिरफ्तार किया।
भाषा शफीक माधव
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