मुंबई के पासपोर्ट सेवा केंद्रों से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई ने 1.59 करोड़ रु जब्त किये
मुंबई के पासपोर्ट सेवा केंद्रों से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई ने 1.59 करोड़ रु जब्त किये
नयी दिल्ली, दो जुलाई (भाषा) केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने मुंबई के पासपोर्ट सेवा केंद्रों से जुड़े भ्रष्टाचार गिरोह का भंड़ाफोड़ करने के बाद तीन दिन तक चले तलाशी अभियान में 1.59 करोड़ रुपये नकद और अहम डिजिटल सबूत जब्त किये हैं। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
लोअर परेल और मलाड के पासपोर्ट सेवा केंद्रों (पीएसके) के 14 अधिकारियों और 18 दलालों तथा बिचौलियों के खिलाफ 28 जून को 12 मामले दर्ज करने के बाद सीबीआई ने मुंबई और नासिक में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया जो सोमवार तक जारी रहा।
उन्होंने कहा कि नकदी के अलावा सीबीआई को पांच डायरी मिली हैं जिनमें लेनदेन के कथित विवरण और रिश्वतखोरी गिरोह के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी निहित है।
जांच एजेंसी ने आरोप लगाया है कि भ्रष्टाचार में कई आरोपी अधिकारी और बिचौलिए लिप्त थे जिससे अधूरे दस्तावेजों के आधार पर पासपोर्ट जारी करने की अनुमति दी गई या पासपोर्ट आवेदकों के विवरण में हेरफेर किया गया।
विदेश मंत्रालय और सीबीआई की सतर्कता शाखा द्वारा पासपोर्ट सेवा केंद्रों में की गई संयुक्त औचक जांच के दौरान अधिकारियों और बिचौलियों की कथित गतिविधियों का पता चला।
इसके बाद संदिग्ध अधिकारियों के कार्यालय और मोबाइल फोन को खंगाला गया।
सीबीआई के एक प्रवक्ता ने प्राथमिकी दर्ज होने के बाद कहा, ‘‘संदिग्ध लोक सेवकों के दस्तावेजों, सोशल मीडिया चैट और यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) आईडी गतिविधियों के विश्लेषण से पासपोर्ट सेवा केंद्रों के कुछ अधिकारियों द्वारा विभिन्न संदिग्ध लेनदेन किये जाने का पता चला। इससे संकेत मिलता है कि पासपोर्ट जारी करने और अपर्याप्त/फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पासपोर्ट जारी करने के लिए पासपोर्ट सुविधा एजेंटों के माध्यम से अनुचित लाभ की मांग की गई और उसे स्वीकार किया गया।’’
भाषा संतोष नरेश
नरेश

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