केंद्र को राज्यों पर अपने-अपने क्षेत्रों में सांप्रदायिक हिंसा रोकने के लिए दबाव डालना चाहिए: फारूक

केंद्र को राज्यों पर अपने-अपने क्षेत्रों में सांप्रदायिक हिंसा रोकने के लिए दबाव डालना चाहिए: फारूक

केंद्र को राज्यों पर अपने-अपने क्षेत्रों में सांप्रदायिक हिंसा रोकने के लिए दबाव डालना चाहिए: फारूक
Modified Date: December 29, 2025 / 07:40 pm IST
Published Date: December 29, 2025 7:40 pm IST

(फाइल फोटो सहित)

श्रीनगर, 29 दिसंबर (भाषा) नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि केंद्र को राज्य सरकारों पर अपने-अपने क्षेत्रों में सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं को रोकने के लिए दबाव डालना चाहिए।

श्रीनगर में पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में अब्दुल्ला ने कहा, ‘राज्यों को यह बताना केंद्र सरकार का कर्तव्य है कि ऐसी घटनाओं को रोका जाना चाहिए।’

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उन्होंने जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में एक मस्जिद और मदरसे पर कथित तौर पर पत्थरबाजी की घटना को लेकर यह टिप्पणी की।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “बुरे लोग हमारे आसपास हैं और वे हमेशा रहेंगे। हमने केंद्र सरकार के समक्ष बार-बार इस बात पर जोर दिया है कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और संविधान सभी धर्मों के लोगों को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार देता है।”

बांग्लादेश की स्थिति पर अब्दुल्ला ने आशा व्यक्त की कि पड़ोसी देश में शांतिपूर्ण चुनाव हों, ताकि नयी सरकार का गठन हो सके। उन्होंने कहा, ‘हम शांति, मित्रता और भाईचारा चाहते हैं। मुझे उम्मीद है कि ढाका में नयी सरकार भारत के साथ मित्रता का नया मार्ग खोजेगी।’

अब्दुल्ला ने दुआ की कि आने वाला नया साल लोगों के लिए पिछले साल से बेहतर हो। उन्होंने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि हमारी समस्याएं कम होंगी और शांति व पर्यटन का माहौल बनेगा।’

भाषा आशीष सुरेश

सुरेश


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