संभल में 24 नवंबर की हिंसा का मामला, हिरासत में लिए गए संभल की शाही जामा मस्जिद प्रबंध समिति के अध्यक्ष

Chairman of Sambhal's Shahi Jama Masjid: संभल की शाही जामा मस्जिद प्रबंध समिति के अध्यक्ष को हिरासत में लिया गया

संभल में 24 नवंबर की हिंसा का मामला, हिरासत में लिए गए संभल की शाही जामा मस्जिद प्रबंध समिति के अध्यक्ष

Today News and LIVE Update 5 April 2025 | Photo Credit: IBC24 File Photo

Modified Date: March 23, 2025 / 06:23 pm IST
Published Date: March 23, 2025 5:39 pm IST
HIGHLIGHTS
  • पिछले साल 24 नवंबर को हुई हिंसा के मामले में बयान
  • 24 नवंबर को जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हुई हिंसा में चार लोगों की मौत

संभल: उत्तर प्रदेश में संभल की शाही जामा मस्जिद की प्रबंध समिति के अध्यक्ष जफर अली को पिछले साल 24 नवंबर को हुई हिंसा के मामले में बयान दर्ज करने के लिए रविवार को हिरासत में ले लिया गया। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। जफर अली के बड़े भाई ताहिर अली ने आरोप लगाया है कि उनके भाई को सोमवार को संभल हिंसा मामले की जांच के लिए गठित आयोग के समक्ष पेश होना था इसीलिए उन्हें जानबूझकर गिरफ्तार करके जेल भेजने की कोशिश की जा रही है।

संभल कोतवाली प्रभारी अनुज कुमार तोमर ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि शाही जामा मस्जिद की प्रबंध समिति के अध्यक्ष जफर अली को रविवार को पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) ने पिछले साल 24 नवंबर को जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हुई हिंसा के मामले में बयान दर्ज करने के लिए हिरासत में लिया है। उन्होंने बताया कि अली को एसआईटी ने हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।

read more: अमेरिका : दुकान में गोलीबारी, भारतीय मूल के एक व्यक्ति और उसकी बेटी की मौत

 ⁠

पिछले साल 24 नवंबर को जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हुई हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई थी तथा कई पुलिसकर्मियों समेत कम से कम 19 अन्य लोग जख्मी हो गए थे। घटना के बाद अली ने संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया था कि हिंसा के लिए पुलिस क्षेत्राधिकारी अनुज चौधरी और उप जिलाधिकारी वंदना मिश्रा जिम्मेदार हैं और पुलिस की ही गोली से चार लोगों की मौत हुई है।

इस बीच, जफर अली के बड़े भाई ताहिर अली ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि रविवार 11:15 बजे पुलिस निरीक्षक और विवेचना अधिकारी उनके घर पहुंचे थे और कहा था कि पुलिस क्षेत्राधिकारी कुलदीप सिंह जफर अली से बात करना चाहते हैं।

read more: उप्र : भाजपा में प्रदेश परिषद के सदस्यों की घोषणा होने के बाद ही होगा अध्यक्ष पद का चुनाव

उन्होंने आरोप लगाया कि जफर अली को सोमवार को संभल हिंसा की जांच के लिए गठित आयोग के समक्ष बयान देना था इसीलिए पुलिस ने उन्हें जानबूझकर गिरफ्तार करके जेल भेजने की साजिश रची है। उन्होंने कहा कि जफर अली संभल हिंसा के बाद संवाददाता सम्मेलन में दिए गए अपने बयान पर कायम हैं और आगे भी कायम रहेंगे।

संभल हिंसा के लिए विदेश से फंडिंग के आरोपों के बारे में ताहिर अली ने कहा, ‘पांच नए पैसे की भी फंडिंग नहीं की गई है। हम अदालत में लड़ेंगे और विजयी होकर निकलेंगे।’ उन्होंने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, ‘संभल का प्रशासन जनता को भड़का रहा है। वह तनाव खत्म नहीं करना चाहता। हम शांति से तनाव खत्म करना चाहते हैं। यहां के सभी पुलिस अधिकारी और उच्च अधिकारी, सभी तनाव पैदा कर रहे हैं।’

 


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com