Champai Soren Oath Ceremony : चंपई सोरेन बने झारखंड के नए मुख्यमंत्री, इन नेताओं को भी दिलाई गई शपथ, जानें कौन हैं Champai Soren?
Champai Soren becomes the new CM of Jharkhand : चंपई सोरेन ने आज झारखंड के नए सीएम पद के लिए शपथ ली। Jharkhand Latest News
Champai Soren becomes the new CM of Jharkhand
Champai Soren becomes the new CM of Jharkhand : रांची। झारखंड में राजनीति में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद राज्य के नए सीएम के तौर पर चंपई सोरेन के नाम पर मुहर लगी। जिसके बाद चंपई सोरेन ने राज्यपाल से मिलकर बहुमत विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा। इसके बाद आज राजभवन में चंपई सोरेन का शपथ ग्रहण समारोह हुआ। चंपई सोरेन ने आज झारखंड के नए सीएम पद के लिए शपथ ली। इसके अलावा कांग्रेस पार्टी के आलमगीर आलम और राजद के सत्यानंद भोक्ता ने भी मंत्री के रूप में शपथ ली। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने शपथ तीनों नेताओं को मंत्रिपद की शपथ दिलाई है।
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कौन हैं चंपई सोरेन?
चंपई सोरेन का बचपन किसान पिता का खेत में हाथ बंटाते हुए बीता था। वह सरायकेला-खरसावां जिले के जिलिंगगोड़ा गांव के रहने वाले हैं। आदिवासी परिवार से आने वाले चंपई चार भाइयों में सबसे बड़े थे। वह शिबू सोरेन के साथ झारखंड को बिहार से अलग राज्य बनाने के लिए हुए आंदोलन में उतरे थे और झारखंड के टाइगर के नाम से लोकप्रिय हो गए। बता दें कि सरायकेला सीट से उपचुनाव में निर्दलीय चुनाव लड़कर वह विधायक बने थे।
बाद में चंपई झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ जुड़ गए थे। भाजपा नेता अर्जुन मुंडा की सरकार में उन्हें कैबिनेट मंत्री का पद दिया गया था। सितंबर 2020 से जनवरी 2013 तक उन्होंने यह पद संभाला था। राष्ट्रपति शासन लगने के बाद यहां हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार बनी थी। इसमें चंपई को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्रालय के साथ परिवन मंत्रालय का जिम्मा भी दिया गया था। चंपई सोरेन के पास झारखंड मुक्ति मोर्चा के उपाध्यक्ष का पद भी है।
साल 2019 में जब हेमंत सोरेन ने फिर सरकार बनाई थी तब चंपई सोरेन को परिवहन के साथ अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति व पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्रालय भी मिला था। अभी तक चर्चा चल रही थी कि हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी होने की स्थिति में किसे मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। इस रेस में दो नाम आगे चल रहे थे। एक नाम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन था और दूसरा चंपई सोरेन का। लेकिन अंतिम मुहर चंपई सोरेन के नाम पर लगाई गई है।

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