प्रधानमंत्री की संभावित मणिपुर यात्रा से पहले चुराचांदपुर को ‘ड्रोन निषिद्ध क्षेत्र’ घोषित किया गया

प्रधानमंत्री की संभावित मणिपुर यात्रा से पहले चुराचांदपुर को 'ड्रोन निषिद्ध क्षेत्र' घोषित किया गया

प्रधानमंत्री की संभावित मणिपुर यात्रा से पहले चुराचांदपुर को ‘ड्रोन निषिद्ध क्षेत्र’ घोषित किया गया
Modified Date: September 4, 2025 / 09:01 pm IST
Published Date: September 4, 2025 9:01 pm IST

इंफाल, चार सितंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस महीने मणिपुर दौरे की अटकलों के बीच, बृहस्पतिवार को चुराचांदपुर जिले को ‘ड्रोन निषिद्ध क्षेत्र’ घोषित किया गया है।

जिलाधिकारी धरुण कुमार एस द्वारा जारी एक आदेश के अनुसार, ‘वीवीआईपी (अति महत्वपूर्ण व्यक्ति) के दौरे के दौरान’ सुरक्षा कड़ी करने के लिए यह निर्णय लिया गया है।

आदेश में कहा गया, ‘वीवीआईपी की यात्रा के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने और उसे मजबूत करने के उद्देश्य से पूरे चुराचांदपुर जिले को ‘ड्रोन निषिद्ध क्षेत्र’ घोषित किया जाता है और इसके तहत चुराचांदपुर जिले में सरकार द्वारा अनुमोदित उपकरणों को छोड़कर यूएवी, ड्रोन, गुब्बारे सहित किसी भी प्रकार के विमानन उपकरणों की उड़ान पर तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक प्रतिबंध लगाया जाता है।’

 ⁠

आइजोल में अधिकारियों के अनुसार, मोदी मिजोरम का दौरा करने के बाद 13 सितंबर को मणिपुर पहुंचेंगे, जहां वह रेलवे की एक परियोजना का उद्घाटन करेंगे। हालांकि, नयी दिल्ली या इंफाल से इस यात्रा की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मणिपुर इकाई ने भी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।

आदेश में कहा गया, ‘आदेश के उल्लंघन पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 223 और कानून के अन्य प्रासंगिक प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जाएगी।’

मई 2023 में राज्य में जातीय हिंसा भड़कने के बाद से यह प्रधानमंत्री का मणिपुर का पहला दौरा होगा।

इस बीच, राज्य विधानसभा अध्यक्ष थोकचोम सत्यब्रत बृहस्पतिवार को दिल्ली गए। सत्यब्रत के करीबी एक भाजपा पदाधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि उन्हें सितंबर के दूसरे सप्ताह में प्रधानमंत्री की संभावित यात्रा से संबंधित मुद्दों पर चर्चा के लिए दिल्ली बुलाया गया है।

उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी की यात्रा के दौरान विधानसभा अध्यक्ष के पार्टी के शीर्ष नेताओं से भी मिलने की संभावना है।

राज्य में मेइती और कुकी समुदायों के बीच संघर्ष में 260 से ज़्यादा लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।

चुराचांदपुर, जिसे ‘ड्रोन निषिद्ध क्षेत्र’ घोषित किया गया है, कुकी समुदाय का गढ़ है और मिजोरम से सटा हुआ है।

भाषा आशीष पवनेश

पवनेश


लेखक के बारे में