असम-अरुणाचल सीमा विवाद सुलझाने के तौर तरीके तय करने के लिए समिति ने की बैठक

असम-अरुणाचल सीमा विवाद सुलझाने के तौर तरीके तय करने के लिए समिति ने की बैठक

असम-अरुणाचल सीमा विवाद सुलझाने के तौर तरीके तय करने के लिए समिति ने की बैठक
Modified Date: July 19, 2024 / 08:09 pm IST
Published Date: July 19, 2024 8:09 pm IST

ईटानगर, 19 जुलाई (भाषा) अरुणाचल प्रदेश के पपुमपारे जिले के लिए गठित क्षेत्रीय सीमा विवाद समिति के नवनियुक्त सदस्यों ने पड़ोसी राज्य असम के साथ सीमा मुद्दों को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाने के तौर तरीके तय करने के वास्ते शुक्रवार को बैठक की।

इस दौरान मामले पर गठित पिछली समिति द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा और मौजूदा स्थितियों का आकलन को लेकर भी विचार विमर्श किया गया।

विधायक और समिति के सदस्य नबाम विवेक ने कहा, ‘‘सटीक और अद्यतन जानकारी निर्णय लेने के लिए महत्वपूर्ण है… जमीनी हकीकत का आकलन करके हम लक्षित समाधान निकाल सकते हैं जो सीमा मुद्दों के क्षेत्र-विशिष्ट विवादों में सुलझाने में सहायक हो सकते हैं।’’ पूर्वोत्तर के दोनों राज्यों असम और अरुणाचल की सीमा 804 किलोमीटर लंबी हैं। दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने दशकों पुराने सीमा विवाद को सुलझाने के लिए जुलाई 2022 में नामसाई घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए थे।

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समिति के एक अन्य सदस्य और सांसद (राज्यसभा) नबाम रेबिया ने सीमा मुद्दे पर कोई भी निर्णय लेने से पहले स्थानीय प्राधिकारियों, सामुदायिक नेताओं और प्रभावित लोगों के साथ परामर्श करने का आह्वान किया ताकि सौहार्दपूर्ण समाधान निकाला जा सके।

भाषा

शुभम धीरज

धीरज


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