कांग्रेस ने वंदे मातरम गीत काटकर राष्ट्र की आत्मा से धोखा किया: तिवाड़ी
कांग्रेस ने वंदे मातरम गीत काटकर राष्ट्र की आत्मा से धोखा किया: तिवाड़ी
जयपुर, आठ नवंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य घनश्याम तिवाड़ी ने शनिवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी ने राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ को काटकर राष्ट्र की आत्मा से धोखा किया।
यहां पार्टी के राजस्थान प्रदेश कार्यालय में मीडिया से बातचीत में तिवाड़ी ने कहा कि ‘वंदे मातरम्’ गीत भारतीय राष्ट्रभावना की आत्मा है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ‘वंदे मातरम्’ को अपनी विरासत बता रही है, जबकि कांग्रेस की विरासत भारत विभाजन और तुष्टिकरण की है।
उन्होंने आरोप लगाया,‘‘मुसलमानों को तुष्ट करने के लिए वंदे मातरम् गीत को काटा गया और संविधान की आत्मा में सुई चुभो दी गई।’’
ऐतिहासिक ब्यौरे के हवाले से उन्होंने कहा कि वंदे मातरम् गीत सात नवंबर 1875 को बंग दर्शन पत्रिका में बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा प्रकाशित किया गया था तथा 1896 में रवीन्द्रनाथ ठाकुर ने कोलकाता में इसे पहली बार गाया।
उन्होंने दावा किया,‘‘ 1937 में मौलाना मोहम्मद अली और शौकत अली ने कांग्रेस अधिवेशन में वंदे मातरम् गीत का विरोध मुखर किया। गीत गाने वाले वक्ता को बीच में रोकते हुए उन्होंने इस गीत का बहिष्कार किया। इतना ही नहीं, कांग्रेस के नेताओं ने इस गीत को धर्म से जोड़ते हुए काटने का घिनौना कार्य किया।’’
भाजपा नेता ने कहा,‘‘कांग्रेस नेताओं ने इस गीत का इसलिए विरोध किया क्योंकि इसमें मां दुर्गा, कमला और सरस्वती के नाम हैं। इसे धर्म से जोड़ते हुए गीत के कई अंशों तक को हटा दिया गया जबकि देश की स्वतंत्रता की लड़ाई में कई मुस्लिम क्रांतिकारियों ने भी इस गीत का गायन किया था।’’
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा, भारत की राष्ट्रीय एकता और अखंडता को सशक्त बनाने के कार्य में जुटी हुई है।
भाषा पृथ्वी राजकुमार
राजकुमार

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