तमिलनाडु में कांग्रेस सीटों के लिए सिर्फ कह सकती है, आखिरी फैसला स्टालिन को करना है: अय्यर

तमिलनाडु में कांग्रेस सीटों के लिए सिर्फ कह सकती है, आखिरी फैसला स्टालिन को करना है: अय्यर

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  • Publish Date - January 8, 2021 / 12:01 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:52 PM IST

(आसिम कमाल)

नयी दिल्ली, आठ जनवरी (भाषा) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने तमिलनाडु विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले कहा है कि उनकी पार्टी गठबंधन में सीटों के लिए सिर्फ कह सकती है, लेकिन आखिरी फैसला द्रमुक नेता ‘थलपति’ (सेनापति) एमके स्टालिन को करना है।

उन्होंने यह भी कहा कि द्रमुक की ओर से जितनी भी सीटें दी जाएंगी, कांग्रेस उसे स्वीकार करेगी।

तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव इस साल अप्रैल-मई में प्रस्तावित है।

राज्य विधानसभा चुनाव के लिए गठित कांग्रेस की तीन प्रमुख समितियों में शामिल अय्यर ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए साक्षात्कार में कहा कि अगर सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक इस चुनाव में भाजपा के साथ गठबंधन करती है तो यह उसके लिए नुकसानदेह साबित होगा।

विधानसभा चुनाव में भाजपा के साथ गठबंधन बरकरार रखने से संबंधित अनाद्रमुक नेतृत्व के हालिया बयानों को लेकर कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर इसकी अटकलें हैं तो भी वह इसे तब तक हकीकत नहीं मानेंगे जब तक यह चुनाव अभियान में नजर नहीं आता और अन्नाद्रमुक के विभिन्न गुटों के रुख का पता नहीं चल जाता।

बहरहाल, उन्होंने यह दावा भी किया कि अगर यह गठबंधन हो जाता है तो यह अन्नाद्रमुक के लिए नुकसानदेह होगा।

यह पूछे जाने पर कि बिहार चुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद द्रमुक से सीटों के तालमेल पर कांग्रेस का क्या रुख होगा तो अय्यर ने कहा कि द्रमुक इस गठबंधन का प्रमुख साझेदार है और ‘हम सिर्फ उनसे सीटों के लिए कह सकते हैं, देना उनको है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘द्रमुक ने लोकसभा चुनाव के समय 12 सीटें देने का फैसला किया, लेकिन फिर उसने नौ सीटों से ज्यादा देने से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि पुडुचेरी की सीट वे छोड़ रहे हैं और यह कांग्रेस की 10वीं सीट होगी। इसलिए कांग्रेस तो आग्रह करेगी, लेकिन आखिरी फैसला तो ‘थलपति’ स्टालिन को करना है और थलपति यथार्थवादी रहेंगे।’’

पूर्व केंद्रीय मंत्री के मुताबिक, जो भी सीटें द्रमुक की ओर से दी जाएंगी वो कांग्रेस स्वीकार करेगी।

कांग्रेस साल 2016 के विधानसभा चुनाव में भी द्रमुक के साथ गठबंधन में थी और कुल 234 सीटों में से 41 उसके हिस्से में आई थी, हालांकि वह आठ ही जीत सकी।

अय्यर ने यह दावा भी किया कि इस चुनाव में भी तमिलनाडु के भीतर भाजपा कुछ खास नहीं कर सकेगी।

भाषा हक हक माधव

माधव