कर्नाटक राजभवन के सामने कांग्रेस-जेडीएस का प्रदर्शन, बीजेपी को पहले मौका देने का विरोध

कर्नाटक राजभवन के सामने कांग्रेस-जेडीएस का प्रदर्शन, बीजेपी को पहले मौका देने का विरोध

कर्नाटक राजभवन के सामने कांग्रेस-जेडीएस का प्रदर्शन, बीजेपी को पहले मौका देने का विरोध
Modified Date: November 29, 2022 / 08:53 pm IST
Published Date: May 17, 2018 7:44 am IST

बेंगलुरु। कर्नाटक में येदियुरप्पा के सीएम पद की शपथ लेने के बाद राजभवन के बाहर कांग्रेस-जेडीएस विधायकों का प्रदर्शन शुरू हो गया है। दोनों बीजेपी को सरकार बनाने का पहला मौका देने का विरोध कर रहे हैं। दोनों दलों के नेता जुटकर नारेबाजी कर अपना विरोध जता रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के साथ दोनों ही पार्टी के कई विधायक राजभवन के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं। 

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गौरतलब है बुधवार रात कर्नाटक राज भवन की ओर से राज्यपाल वजुभाई वाला के हस्ताक्षर वाला पत्र जारी कर दिया गया, जिसमें उन्होंने भाजपा (104 सीट) को सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए निमंत्रण दिया। जिसके बाद केंद्रीय कानून मंत्री रविशकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर येदियुरप्पा के शपथ ग्रहण के बात की पुष्टि की।

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राजभवन की ओर से पत्र जारी होने और रविशंकर प्रसाद की प्रेस कॉन्फ्रेंस के तुरंत बाद ही कांग्रेस और जेडीएस के एक प्रतिनिधि मंडल ने सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्रार से मिलकर एक अर्जी दाखिल की, जिसमें बीएस येदियुरप्पा के शपथ ग्रहण पर रोक लगाने की मांग की गई।

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हालांक कि सुप्रीम कोर्ट ने बीजेपी को 15 दिन में बहुमत साबित करने का मौका दिया है। बीजेपी नेता श्रीरामलु। के मुताबिक निर्दलीय विधायक पार्टी के संपर्क में हैं और हम जल्द ही बहुमत साबित कर देंगे। वहीं इस बीच एक निर्दलीय विधायक आर शंकर ने बीजेपी से समर्थन वापस ले लिया है। आर शंकर ने कांग्रेस-जेडीएस में लौट आए हैं। निर्दलीय विधायक ने बुधवार को लिखित में समर्थन दिया था। 

 

वेब डेस्क, IBC24

 


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