कांग्रेस नेता भरतसिंह सोलंकी ने अलग रह रही अपनी पत्नी के खिलाफ सार्वजनिक नोटिस जारी किया

कांग्रेस नेता भरतसिंह सोलंकी ने अलग रह रही अपनी पत्नी के खिलाफ सार्वजनिक नोटिस जारी किया

कांग्रेस नेता भरतसिंह सोलंकी ने अलग रह रही अपनी पत्नी के खिलाफ सार्वजनिक नोटिस जारी किया
Modified Date: November 29, 2022 / 07:59 pm IST
Published Date: July 13, 2021 9:51 am IST

आणंद (गुजरात), 13 जुलाई (भाषा) पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं गुजरात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भरतसिंह सोलंकी ने मंगलवार को समाचार पत्रों में एक नोटिस प्रकाशित कर अलग रह रही उनकी पत्नी के साथ किसी भी तरह की वित्तीय या अन्य लेनदेन करने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है। उनके अधिवक्ता ने यह जानकारी दी।

सूत्रों ने बताया कि सोलंकी गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष पद के प्रमुख दावेदारों में शामिल हैं।

सोलंकी के अधिवक्ता किरन तपोधन द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है, ” सोलंकी की पत्नी रेशमाबेन पिछले करीब चार साल से मेरे मुवक्किल के साथ नहीं रह रही है। उनसे अलग रह कर वह मनमाना व्यवहार कर रही हैं।”

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नोटिस में कहा गया है, ”चूंकि मेरे मुवक्किल राजनीतिक और सामाजिक रूप से सम्मानीय व्यक्ति हैं, इसलिए उनके नाम और परिचय का दुरुपयोग कर किसी को भी उनकी अलग रह रही पत्नी के साथ किसी प्रकार का लेन देन नहीं करना चाहिये। कोई भी व्यक्ति अगर ऐसा करता है तो इसकी जिम्मेदारी ​मेरे मुवक्किल की नहीं होगी। अगर मेरे मुवक्किल को ऐसे किसी लेन देन का पता चलता है तो वह उस व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे ।”

तपोधन ने पीटीआई-भाषा के साथ बातचीत में इस बात की पुष्टि की कि उन्होंने सोलंकी की ओर से नोटिस जारी किया है । सोलंकी आणंद से दो बार सांसद रह चुके हैं और वह गुजरात के कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं ।

उन्होंने कहा, ”वे दोनों (सोलंकी और उनकी पत्नी) कुछ वर्षों से अलग रह रहे हैं । यह सोलंकी के लिये जरूरी है ​कि वह सावधान रहें क्योंकि वह एक सम्मानित व्यक्ति हैं और (इस बात की आशंका है कि) कोई भी उनके नाम का दुरुपयोग कर सकता है।’’

सोलंकी के मोबाइल फोन पर बार-बार संपर्क करने के बावजूद इस घटनाक्रम पर फिलहाल उनकी कोई टिप्पणी नहीं मिल पाई है।

सोलंकी केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं। पिछले साल उन्हें राज्य सभा चुनाव में शिकस्त का सामना करना पड़ा था। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर यह चुनाव लड़ा था।

भाषा रंजन सुभाष

सुभाष


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