Publish Date - April 14, 2025 / 10:45 PM IST,
Updated On - April 15, 2025 / 12:31 AM IST
HIGHLIGHTS
डॉ. आंबेडकर प्रतिमा स्थल से पट्टिका हटाने पर कांग्रेस विधायक ने जताई आपत्ति।
विधायक इंदिरा मीणा और भाजपा नेता के बीच विवाद, वायरल वीडियो में कॉलर पकड़ते नजर आईं।
पुलिस ने हस्तक्षेप कर पट्टिका को थाने में रखवाया, राजनीतिक बयानों से माहौल गरमाया।
जयपुर: Rajsthan News: सवाई माधोपुर जिले में डॉ. बी आर आंबेडकर की प्रतिमा स्थल पर स्मारक पट्टिका हटाने के मुद्दे पर कांग्रेस विधायक इंदिरा मीणा की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के स्थानीय नेता से तीखी नोकझोंक हुई।
Rajsthan News: घटना के वायरल हुए वीडियो में मीणा कार में बैठे भाजपा मंडल अध्यक्ष हनुमान दीक्षित का कथित तौर पर कॉलर पकड़ती नजर आ रही हैं। यह घटना रविवार रात बोली कस्बे के आंबेडकर चौक पर हुई। विवाद तब शुरू हुआ जब मीणा ने आंबेडकर प्रतिमा स्थल पर वह स्मारक पट्टिका हटी देखी जिस पर उनका नाम लिखा था। उन्होंने स्थानीय भाजपा नेताओं की मौजूदगी में इस पर आपत्ति जताई। उन्होंने स्थानीय भाजपा नेता पर पट्टिका हटाने का आरोप लगाया।
इसके बाद कांग्रेस विधायक ने दीक्षित का कॉलर पकड़ लिया। स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने हस्तक्षेप किया एवं पट्टिका को स्थानीय थाने में रखवाया गया। भाजपा की जिला इकाई के अध्यक्ष मान सिंह गुर्जर ने मीणा की ‘‘हरकतों की’’ निंदा करते हुए उन्हें ‘‘शर्मनाक’’ बताया। उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने भी मीणा के आचरण को अनुचित बताया। उन्होंने जयपुर में कहा, ‘‘हमें खासकर आंबेडकर जयंती के अवसर पर सामाजिक समरसता का संदेश देना चाहिए। हर व्यक्ति को डॉ. आंबेडकर की गरिमा का सम्मान करना चाहिए।’’
"आंबेडकर पट्टिका हटाने" को लेकर अब तक कोई आधिकारिक कारण सामने नहीं आया है, लेकिन कांग्रेस विधायक इंदिरा मीणा का आरोप है कि यह भाजपा नेताओं द्वारा जानबूझकर किया गया।
इस विवाद में इंदिरा मीणा का क्या रोल रहा?
इंदिरा मीणा प्रतिमा स्थल पर अपनी नाम वाली पट्टिका हटने पर नाराज हुईं और भाजपा नेता से बहस हो गई। वायरल वीडियो में वह भाजपा नेता का कॉलर पकड़ते हुए नजर आईं।
प्रशासन ने "आंबेडकर पट्टिका हटाने" के मामले में क्या कदम उठाए?
प्रशासन ने तुरंत हस्तक्षेप किया और विवादित पट्टिका को स्थानीय थाने में सुरक्षित रखवा दिया।
क्या भाजपा ने इस पर कोई प्रतिक्रिया दी है?
हां, भाजपा के जिला अध्यक्ष और अन्य नेताओं ने इंदिरा मीणा की हरकतों को शर्मनाक बताया और उनके व्यवहार की निंदा की।
क्या यह विवाद आंबेडकर जयंती के दिन हुआ?
जी हां, यह विवाद आंबेडकर जयंती के मौके पर हुआ, जब सामाजिक समरसता का संदेश देने की अपेक्षा की जाती है।