Mumbai Jain Temple: मुंबई में उसी जगह पर फिर से बनेगा जैन मंदिर.. बीएमसी अफसरों के मिलने के बाद कांग्रेस सांसद ने किया बड़ा दावा, एक्स पर कही ये बात

बीएमसी अफसरों के मिलने के बाद कांग्रेस सांसद ने किया बड़ा दावा, Congress MP made big claim after meeting BMC officers regarding demolition of Jain temple

Mumbai Jain Temple: मुंबई में उसी जगह पर फिर से बनेगा जैन मंदिर.. बीएमसी अफसरों के मिलने के बाद कांग्रेस सांसद ने किया बड़ा दावा, एक्स पर कही ये बात
Modified Date: April 19, 2025 / 07:47 pm IST
Published Date: April 19, 2025 5:44 pm IST

मुंबई: Mumbai Jain Temple: बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने विले पार्ले इलाके में कथित तौर पर अनधिकृत जैन मंदिर को गिरा दिया। इसके विरोध में जैन समुदाय के लोगों ने अहिंसक तरीके से अपना गुस्सा जाहिर किया। हजारों की तादाद में महिलाएं–पुरुष सड़कों पर नारे लगाते हुए नजर आए। सभी ने काली प‌ट्‌टी बांधकर बीएमसी का विरोध किया। इस बीच अब मामले को लेकर एक बड़ा अपडेट आया है। मुंबई उत्तर-मध्य सीट से कांग्रेस सांसद ने दोबारा वहीं जैन मंदिर बनाने का दावा किया है।

Read More : Yes Bank Result: 18 रुपये के बैंकिंग शेयर में जबरदस्त मुनाफा, क्या सोमवार को उड़ान भरेगा ये बैंक स्टॉक? – NSE:YESBANK, BSE:532648 

Mumbai Jain Temple: उन्होंने एक्स पोस्ट पर लिखा कि जैन मंदिर वहीं फिर से बनेगा! बीएमसी के आयुक्त भूषण गगरानी से मेरी बातचीत हुई, जिन्होंने अब आश्वासन दिया है कि विले पार्ले में चैत्यालय फिर से वहीं बनाया जाएगा। अपने इसी पोस्ट पर उन्होंने महाराष्ट्र की भाजपा सरकार से कई सवाल भी पूछे हैं। उन्होंने लिखा है कि अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर ये सीधा सीधा हमला है और देश की धर्मनिरपेक्षता पर प्रहार है। मेरी मांग है कि जैन समुदाय की इच्छानुसार उनका मंदिर उसी जगह पर सम्मानपूर्वक तरीके से वापस बनवाना चाहिए। ये मंदिर सिर्फ एक शिला नहीं, जैन समाज की संस्कृति का प्रतीक है। क्या महायुति सरकार के राज में जैन समाज को अपने धार्मिक स्थानों पर अधिकार नहीं है? इस बुलडोजर प्रेमी सरकार का निषेध!

 ⁠

Read More : Today News and LIVE Update 19 April 2025: पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग, चारधाम यात्रा के लिए गाइडलाइन जारी, जानें देशभर की बड़ी खबरें

ट्रस्टी बोले- BMC की परमिशन से रेनोवेट करवाया था

कांबलीवाड़ी में नेमिनाथ सहकारी आवास सोसाइटी में बने मंदिर (चैत्यालय) के ट्रस्टी अनिल शाह ने कहा कि इसे 16 अप्रैल को ढहा दिया गया। शाह ने बताया कि यह मंदिर 1960 के दशक का था और बीएमसी की परमिशन से इसका जीर्णोद्धार कराया गया था। उन्होंने दावा किया कि एक सरकारी प्रपोजल था, जिसमें कहा गया है कि ऐसे मंदिर को नियमित किया जा सकता है। आपको केवल BMC को नियमितीकरण के लिए प्रपोजल पेश करना होगा और हमने वह BMC को दिया था।

अधिकारियों ने नहीं सुनीं एक भी बात

बताया जा रहा है कि ध्वस्तीकरण के दौरान जैन धार्मिक नेताओं ने विशेष अनुरोध किया था कि मंदिर की धार्मिक पुस्तकें और वस्तुएं हटाने का समय दिया जाए, लेकिन BMC ने इस आग्रह को अनदेखा करते हुए JCB से सीधा अभियान शुरू कर दिया। इस दौरान नगर निगम कर्मचारियों पर आरोप है कि उन्होंने जैन धर्म की पवित्र किताबें और पूज्य वस्तुएं सड़क पर फेंक दीं। इस घटनाक्रम ने न सिर्फ धार्मिक भावनाओं को आहत किया, बल्कि जैन समाज को आंदोलित कर दिया। समाज की यह भी मांग है कि जिस स्थान पर मंदिर था, उसे वहीं फिर से स्थापित किया जाए।


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।