नयी दिल्ली, पांच फरवरी (भाषा) कांग्रेस ने सिक्किम में वर्ष 2023 में आई हिम झील की बाढ़ में बह गये बांध के स्थान पर तीस्ता तृतीय जल विद्युत परियोजना के लिए नया बांध बनाने की केंद्र की कथित मंजूरी का बुधवार को विरोध किया और दावा किया कि यह एक ‘‘बिना सोचे-समझे दी गई मंजूरी’’ है क्योंकि बांध स्थल पर आपदा का खतरा बना हुआ है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर एक खबर साझा की, जिसमें दावा किया गया कि भाजपा की सिक्किम इकाई के प्रमुख इस महीने के अंत में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव से मुलाकात करेंगे और तीस्ता तृतीय जल विद्युत परियोजना के लिए बांध बनाने की मंजूरी को लेकर सुरक्षा चिंताओं पर अपनी आवाज उठाएंगे।
रमेश ने कहा, ‘‘कांग्रेस भी इस बिना सोचे समझे दी गई मंजूरी का विरोध करती है। बांध स्थल पर आपदा का खतरा बना हुआ है। नीचे की ओर की बसावटों पर भी व्यापक और कई गुना प्रभाव पड़ रहा है।’’
उन्होंने पिछले साल अगस्त में दिए गए कांग्रेस के एक बयान को भी साझा किया जिसमें विपक्षी दल ने सरकार पर निशाना साधा था और कहा था कि पारिस्थितिकीय रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में जलविद्युत परियोजनाएं उनके पर्यावरणीय प्रभाव पर पर्याप्त विचार किए बिना पिछले कुछ वर्षों से अमल में लाई जा रही हैं।
कांग्रेस ने यह भी कहा था कि तीस्ता नदी पर बांध इस बात का प्रमुख उदाहरण है कि कैसे पारिस्थितिकी को मौलिक रूप से बदला जा रहा है, जिसके आने वाली पीढ़ियों के लिए गंभीर परिणाम होंगे।
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)