Lok Sabha Chunav 2024
श्रीनगर। लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। प्रत्याशी जोरशोर से प्रचार प्रसार में लगे है। तो वहीं जम्मू-कश्मीर में भी लोकसभा चुनाव का अच्छा खासा असर देखने को मिल रहा है। कांग्रेस से अलग होकर जहां पूर्व मुख्यमंत्री ग़ुलाम नबी आज़ाद ने अपनी खुद की पार्टी डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) बनाई तो वहीं दूसरी ओर एनडीए से बाहर होकर जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती भी लोकसभा चुनाव में अपना दावा ठोक रही है। अनंतनाग-राजौरी निर्वाचन क्षेत्र से आगामी लोकसभा चुनाव में जम्मू-कश्मीर के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के बीच मुकाबला होने जा रहा है।
पीडीपी संसदीय समिति के अध्यक्ष सरताज मदनी ने रविवार को संवाददाताओं को बताया कि महबूबा मुफ्ती अनंतनाग-राजौरी निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ेंगी। पीडीपी यूथ विंग के अध्यक्ष वहीद पारा श्रीनगर से और पूर्व राज्यसभा सदस्य फैयाज मीर बारामूला निर्वाचन क्षेत्र से पीडीपी के उम्मीदवार होंगे। पीडीपी ने जम्मू लोकसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार को समर्थन देने का फैसला किया है। महबूबा मुफ्ती का मुकाबला नेशनल कॉन्फ्रेंस के मियां अल्ताफ अहमद और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के गुलाम नबी आजाद से होगा। भाजपा ने अभी तक घाटी की तीन लोकसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है।
महबूबा मुफ़्ती ने कहा कि उन्हें दुख इस बात का है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने उनसे बिना किसी सलाह के अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। इससे पीडीपी के कार्यकर्ता काफी निराश हैं। यही कारण है कि हम नेशनल कॉन्फ़्रेन्स को अपनी ताक़त दिखाएंगे। महबूबा मुफ़्ती ने अनंतनाग और राजौरी पुंछ के लोगों से कहा कि वह पीडीपी को मजबूत करें और जम्मू-कश्मीर के मुद्दों को लोकसभा में उठाने का अवसर दें।