सरदार पटेल के अविस्मरणीय योगदान के कारण आज देश एकजुट है : गृह मंत्री अमित शाह |

सरदार पटेल के अविस्मरणीय योगदान के कारण आज देश एकजुट है : गृह मंत्री अमित शाह

सरदार पटेल के अविस्मरणीय योगदान के कारण आज देश एकजुट है : गृह मंत्री अमित शाह

:   Modified Date:  October 31, 2023 / 10:31 AM IST, Published Date : October 31, 2023/10:31 am IST

(फोटो के साथ)

नयी दिल्ली, 31 अक्टूबर (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल के अविस्मरणीय योगदान के कारण ही आज कश्मीर से कन्याकुमारी तक देश एकजुट है।

भारत के पहले गृह मंत्री सरदार पटेल की 148वीं जयंती पर यहां आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शाह ने सभी नागरिकों से 2047 तक देश को सभी क्षेत्रों में दुनिया में शीर्ष स्थान पर पहुंचाने का संकल्प लेने को कहा। 2047 में देश अपनी स्वतंत्रता की शताब्दी मनाएगा।

उन्होंने कहा, ‘‘आज का भारत सरदार पटेल के कारण ही संभव हो पाया है। उनके अविस्मरणीय योगदान के कारण देश आज कश्मीर से कन्याकुमारी तक एकजुट है। सरदार पटेल के योगदान और दूरदर्शिता के बिना आज हम यहां नहीं होते।’’

इस अवसर पर शाह ने ‘रन फॉर यूनिटी’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जिसकी शुरुआत राष्ट्रीय राजधानी में मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम से हुई।

उन्होंने कहा कि इस दौड़ में 7,700 लोगों ने हिस्सा लिया। दौड़ में हिस्सा लेने वाले लोगों में खिलाड़ी, खेलों के प्रति उत्साह रखने वाले लोग और अर्द्धसैनिक बलों के कर्मी शामिल थे।

शाह ने दौड़ में हिस्सा लेने वाले लोगों को ‘एकता’ की शपथ भी दिलाई।

‘रन फॉर यूनिटी’ को हरी झंडी दिखाने के कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, मीनाक्षी लेखी, नित्यानंद राय, अजय कुमार मिश्रा, निशिथ प्रमाणिक, दिल्ली के उप राज्यपाल वी. के. सक्सेना समेत एवं अन्य उपस्थित थे।

केंद्र सरकार राष्ट्र की एकता, अखंडता और सुरक्षा को संरक्षित एवं मजबूत करने के प्रति अपने समर्पण को बढ़ावा देने और इसे सुदृढ़ करने के लिए 2014 से 31 अक्टूबर को ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के रूप में मनाती है।

सरदार पटेल का जन्म 31 अक्टूबर, 1875 को गुजरात के नडियाद में हुआ था।

भारत के पहले गृह मंत्री एवं उप प्रधानमंत्री के रूप में पटेल को भारत संघ में 550 रियासतों के विलय का श्रेय जाता है।

इस अवसर पर भारत को एकजुट करने में सरदार पटेल के योगदान को याद करते हुए देश भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए।

भाषा

सुरभि मनीषा

मनीषा

 

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