केले के तने से बांधकर नदी पार कराए जा रहे गौवंश, विदेश में गाय तस्करी कर ऐसे मुनाफा कमा रहे स्मगलर्स

Cow's smuggling: केले के तने से बांधकर नदी पार कराए जा रहे गौवंश, विदेश में गाय तस्करी कर ऐसे मुनाफा कमा रहे स्मगलर्स

केले के तने से बांधकर नदी पार कराए जा रहे गौवंश, विदेश में गाय तस्करी कर ऐसे मुनाफा कमा रहे स्मगलर्स
Modified Date: November 29, 2022 / 08:39 pm IST
Published Date: September 9, 2022 1:53 pm IST

Cow’s smuggling: जालंगी। भारत देश में गाय को मां माना जाता है। तो वहीं आज कल गाय की तस्करी के मामलों में बढ़ोत्तरी होती जा रही है। रोजाना गौतस्करी के कई मामले आते है। लेकिन अब तस्कर गाय की तस्करी करने के नए-नए तरीके निकाल रहे है। तस्कर भारत से दूसरे देश में गाय की तस्करी कर रहे है जिसके बदले उन्हें मोटी रकम का भुगतान किया जा रहा है। तस्कर ज्यादा पैसे कमाने के चक्कर में गाय के साथ इतना व्यवहार कर रहे है जिसका अंदाजा कोई आम इंसान नहीं लगा सकता है।

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पैर बांधकर नदी में फैंक देते है तस्कर

Cow’s smuggling: मामला पश्चिम बंगाल के जालंगी का है। यहां पश्चिम बंगाल से सटी सीमा के जरिए बांग्लादेश में गायों की तस्करी के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं। तस्करी के लिए सबसे आसान और अमानवीय तरीका अपनाते है जिसमें तस्कर गाय के पैरों को बांधकर केले के तने के बीच सर रखकर गायों को बांधकर नदी में फैंक देते है। जिससे गाय नदियों में बहकर बॉर्डर पार चली जाती है। बंगाल के तस्कर गायों को बांग्लादेश भेजने के लिए यही तरीका अपनाते हैं। मुर्शिदाबाद जिले में बॉर्डर के पास बसा जालंगी गांव पशु तस्करी के बड़ों अड्डों में से एक है। इस गांव की बांग्लादेश से दूरी 5 किलोमीटर से भी कम है। यह गांव पद्मा नदी के किनारे बसा है। पद्मा नदी बांग्लादेश और मुर्शिदाबाद में बहती है।

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दूसरे देश में कई गुना ज्यादा कीमत

Cow’s smuggling: तस्कर आमतौर पर गायों की तस्करी के लिए कोडवर्ड का प्रयोग करते हैं। तस्कर गाय के बछड़े को पेप्सी बुलाया जाता हैं। भारत में जिस गाय की कीमत 30 हजार रुपए होती है। उसे बांग्लादेश में डेढ़ लाख रुपए तक में बेचा जाता है। ईद जैसे मौकों पर इनकी कीमतों में और भी वृद्धि हो जाती है। इतना ही तस्करी के इस खेल में आम अपराधी से लेकर बड़े तस्कर तक शामिल होते हैं। जिससे तस्करों पकड़ना और ज्यादा मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा बॉर्डर पर तैनात जवान ये देखकर भी कुछ नहीं कर सकते कियोंकि उनके सामने हजारों की संख्या में तस्कर हथियारों के साथ खड़े रहते है।

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टीएमसी नेता पर लग चुके है आरोप

Cow’s smuggling: पश्चिम बंगाल में गायों की तस्करी का सबसे बड़ा सरगना मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कॉन्ग्रेस के अनुब्रत मंडल को माना जाता है। बाहुबली अनुब्रत बीरभूम जिले के TMC के नेता और ममता बनर्जी के बेहद करीबी हैं। तस्करी के आरोपों में सीबीआई ने उन्हें पिछले महीने गिरफ्तार किया है। हालांकि, साल 2018 के बाद और अनुब्रत मंडल की गिरफ्तारी के बाद तस्करी में काफी गिरावट आई है। लेकिन तस्कर अब गायों के बजाय बछड़ों पर नजर गड़ाए हैं। वहीं, स्थानीय एजेंसियों का भी मानना है कि मवेशियों की तस्करी में गिरावट आई, लेकिन ड्रग्स की तस्करी में बढ़ोत्तरी हुई है।

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