माकपा ने पुलिस हिरासत में भाइयों की पिटाई की आलोचना की |

माकपा ने पुलिस हिरासत में भाइयों की पिटाई की आलोचना की

माकपा ने पुलिस हिरासत में भाइयों की पिटाई की आलोचना की

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:55 PM IST, Published Date : October 20, 2022/7:47 pm IST

कोल्लम (केरल), 20 अक्टूबर (भाषा) मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने सेना के एक जवान और उसके भाई के खिलाफ मादक पदार्थ से जुड़ा फर्जी आरोप लगाकर थाने में कथित तौर पर पिटाई की घटना की निंदा की है। इस घटना के सिलसिले में चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।

विपक्षी कांग्रेस नीत यूडीएफ और सत्तारूढ़ वाम मोर्चा- दोनों ने इस घटना को लेकर केरल पुलिस की निंदा की है।

हाल ही में हुई हिरासत में कथित मारपीट की इस घटना को लेकर केरल प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष के. सुधाकरन ने थानों को ‘यातना शिविर’ बताया और कहा कि वहां औपनिवेशिक शासन से भी ज्यादा बदतर हालत है।

सुधाकरन ने नयी दिल्ली में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम लगभग रोज खबरों में राज्य पुलिस की अराजकता/तानाशाही और क्रूरता की घटनाएं देखते हैं। आज केरल के थाने यातना शिविर बन गए हैं जो ब्रिटिश शासन से भी बदतर हैं।’’

माकपा के राज्य सचिव कनम राजेन्द्रन ने कहा कि लोगों की पिटाई करना किसी नीति का हिस्सा नहीं है। उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘अगर पुलिस सरकारी नीतियों के खिलाफ काम करती है तो इस संबंध में कार्रवाई जरूर की जाएगी।’’

विधानसभा में विपक्ष के नेता वी. डी. सतीसन ने पत्रकारों से कहा कि वह पहले भी कह चुके हैं कि थाने माकपा के स्थानीय नेतृत्व के इशारों पर काम कर रहे हैं, वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के आदेश पर नहीं।

वहीं, घटना को लेकर जारी निलंबन आदेश में कहा गया है कि एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को जांच का आदेश दिया गया है और दो सप्ताह के भीतर उन्हें रिपोर्ट देने को कहा गया है।

घटना की खबरों पर स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य मानवाधिकार आयोग ने हस्तक्षेप किया और हिरासत में हिंसा का मामला दर्ज किया है। आयोग ने कोल्लम जिला पुलिस के प्रमुख को मामले की जांच कर 15 दिन में रिपोर्ट देने को कहा है।

शिकायतकर्ता और उसकी मां ने चार पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने की मांग की है।

भाषा अर्पणा अविनाश

अविनाश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)