ममकूटथिल मुद्दे का ‘राजनीतिकरण’ करने का माकपा का प्रयास सफल नहीं होगा: कांग्रेस नेता हसन

ममकूटथिल मुद्दे का ‘राजनीतिकरण’ करने का माकपा का प्रयास सफल नहीं होगा: कांग्रेस नेता हसन

ममकूटथिल मुद्दे का ‘राजनीतिकरण’ करने का माकपा का प्रयास सफल नहीं होगा: कांग्रेस नेता हसन
Modified Date: August 31, 2025 / 08:44 pm IST
Published Date: August 31, 2025 8:44 pm IST

तिरुवनंतपुरम, 31 अगस्त (भाषा) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एमएम हसन ने रविवार को कहा कि पलक्कड़ से विधायक राहुल ममकूटथिल पर महिलाओं से कथित दुर्व्यवहार के आरोपों से राजनीतिक लाभ उठाने की मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की कोशिश सफल नहीं होगी।

कांग्रेस नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने ममकूटथिल के इस्तीफे की मांग की थी और माकपा के राज्य सचिव एमवी गोविंदन ने कांग्रेस नेता के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की घोषणा की थी लेकिन सत्तारूढ़ दल के कई विधायकों, मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ ‘गंभीर आरोप’ लगाए जाने पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।

हसन ने यहां संवाददाताओं से कहा, “अगर माकपा ममकूटथिल मुद्दे का राजनीतिकरण करना चाहती है, तो वे अपने प्रयासों में सफल नहीं होगी।”

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उन्होंने कहा, “इससे पता चलता है कि ये मांगें राजनीति से प्रेरित हैं। ममकूटथिल ने आरोप लगने के 24 घंटे के भीतर ही युवा कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। हमारी पार्टी ने महिलाओं के लिए एक लोकतांत्रिक और एकजुट रुख अपनाया तथा उनकी सदस्यता निलंबित कर दी।”

हसन ने सवाल किया कि क्या माकपा ने भी ऐसा ही रुख तब अपनाया था, जब मुख्यमंत्री के करीबी लोगों या पार्टी के अन्य विधायकों पर आरोप लगे थे।

उन्होंने कहा, “केरल की जनता उन्हें (माकपा को) देख रही है।”

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) विधायक मुकेश का भी उदाहरण दिया, जिनके खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया था।

हसन ने ममकूटथिल के खिलाफ दर्ज मामले का जिक्र करते हुए कहा, “मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि कोई भी शिकायत लेकर पुलिस से संपर्क कर सकता है और पुलिस सुरक्षा प्रदान करेगी।”

उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री (पिनराई विजयन) अब शिकायत की तलाश में हैं। बिना किसी शिकायत या मामला दर्ज कराए, एक जांच दल बना दिया जाता है। उन्हें जांच दल नियुक्त करने दीजिए। हमें इससे कोई शिकायत नहीं है। लेकिन जो पार्टी महिला हमलावरों को बचा रही है, उसे महिला-समर्थक रुख नहीं अपनाना चाहिए।”

भाषा जितेंद्र रंजन

रंजन


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