चक्रवात मोंथा : ओडिशा सरकार ने संवदेनशील स्थानों से लोगों को निकालना शुरू किया

चक्रवात मोंथा : ओडिशा सरकार ने संवदेनशील स्थानों से लोगों को निकालना शुरू किया

चक्रवात मोंथा : ओडिशा सरकार ने संवदेनशील स्थानों से लोगों को निकालना शुरू किया
Modified Date: October 27, 2025 / 10:07 am IST
Published Date: October 27, 2025 10:07 am IST

भुवनेश्वर, 27 अक्टूबर (भाषा) ओडिशा सरकार ने बंगाल की खाड़ी में गहरे दबाव के क्षेत्र के सोमवार को चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ में तब्दील होने पर संवेदनशील स्थानों से लोगों को निकालना शुरू कर दिया है और राज्य के आठ दक्षिणी जिलों में 128 आपदा प्रतिक्रिया दल तैनात कर दिए हैं।

ओडिशा के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने कहा कि चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ के मद्देनजर राज्य सरकार ने आठ दक्षिणी जिलों के संवेदनशील पहाड़ी और निचले इलाकों से लोगों को निकालने का काम शुरू कर दिया है, जो आसन्न आपदा से प्रभावित हो सकते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है और संभावित प्रभावित क्षेत्रों में व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। प्रशासन सोमवार शाम पांच बजे तक संवेदनशील स्थानों से लोगों को निकालने की प्रक्रिया पूरी कर लेगा।’’

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पुजारी ने कहा कि चक्रवात आंध्र प्रदेश तट को पार करेगा लेकिन इसका प्रभाव ओडिशा के दक्षिणी और तटीय क्षेत्रों पर पड़ेगा, जिसके लिए राज्य सरकार ने ‘किसी के भी हताहत न होने’ के लक्ष्य के साथ मनुष्यों और पशुओं को बचाने के लिए सभी प्रबंध किए हैं।

मंत्री ने कहा कि मलकानगिरी, कोरापुट, नबरंगपुर, रायगढ़ा, गजपति, गंजाम, कंधमाल और कालाहांडी जिलों के लिए अत्यधिक भारी वर्षा और तेज हवाओं (80 किलोमीटर प्रति घंटे तक की गति) का पूर्वानुमान लगाते हुए ‘रेड वॉर्निंग’ (कार्रवाई करें) जारी की गई है।

मंत्री ने कहा कि एहतियाती उपाय के तौर पर राज्य सरकार ने इन आठ जिलों में ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ओडीआरएएफ) की 24 टीम, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की पांच टीम और 99 अग्निशमन सेवा टीम में 5,000 से अधिक उच्च कुशल कर्मियों को तैनात किया है।

उन्होंने कहा कि राज्य के सभी जिलों को निर्देश दिया गया है कि वे बचाव कार्यों के लिए कर्मियों और मशीनरी के साथ तैयार रहें।

पुजारी ने कहा कि बारिश सोमवार को शुरू होगी, लेकिन 28 और 29 अक्टूबर को बारिश और हवा की तीव्रता बढ़ जाएगी।

मौसम विभाग ने मछुआरों को 29 अक्टूबर तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार तड़के चार बजे के अपने बुलेटिन में कहा, ‘‘बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम और समीपवर्ती दक्षिण-पूर्व में चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ पिछले तीन घंटों के दौरान 16 किमी प्रति घंटे की गति से आगे बढ़ा और 26-27 अक्टूबर की दरम्यानी रात ढाई बजे चेन्नई (तमिलनाडु) से लगभग 600 किमी पूर्व-दक्षिणपूर्व में, काकीनाडा (आंध्र प्रदेश) से 680 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व में, विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश) से 710 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व में, पोर्ट ब्लेयर (अंडमान और निकोबार द्वीप समूह) से 790 किमी पश्चिम में और गोपालपुर (ओडिशा) से 850 किमी दक्षिण में केंद्रित था।’’

आईएमडी ने कहा, ‘‘अगले 12 घंटों के दौरान यह बंगाल की खाड़ी के ऊपर पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ना जारी रख सकता है। इसके बाद 28 अक्टूबर की सुबह तक यह एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। 28 अक्टूबर की शाम/रात के दौरान यह एक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में मछलीपत्तनम और कलिंगपत्तनम के बीच काकीनाडा के आसपास आंध्र प्रदेश के तट को पार कर सकता है। इस दौरान अधिकतम 90-100 किमी प्रति घंटे की गति से हवाएं चल सकती हैं, जो बढ़कर 110 किमी प्रति घंटे तक हो सकती हैं।’’

भाषा गोला वैभव

वैभव


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