डीबीटी-एनआईबीएमजी ने मुंह के कैंसर के जिनोमिक स्वरूपों का विश्व का पहला डेटाबेस तैयार किया

डीबीटी-एनआईबीएमजी ने मुंह के कैंसर के जिनोमिक स्वरूपों का विश्व का पहला डेटाबेस तैयार किया

डीबीटी-एनआईबीएमजी ने मुंह के कैंसर के जिनोमिक स्वरूपों का विश्व का पहला डेटाबेस तैयार किया
Modified Date: November 29, 2022 / 08:22 pm IST
Published Date: July 8, 2021 10:09 am IST

नयी दिल्ली, सात जुलाई (भाषा) जैव प्राद्योगिकी विभाग (डीबीटी) ने बुधवार को कहा कि पश्चिम बंगाल के कल्याणी स्थित राष्ट्रीय जैव चिकित्सा जिनोमिकी संस्थान (एनआईबीएमजी) ने मुंह के कैंसर के जिनोमिक स्वरूपों का विश्व का पहला डेटाबेस तैयार किया है।

विभाग के अंतर्गत काम करनेवाले एनआईबीएमजी ने संबंधित डेटाबेस को सार्वजनिक रूप से पहुंच योग्य बनाया है।

इसने कहा कि डेटाबेस ‘डीबीजीईएनवीओसी’ मुंह के कैंसर के जिनोमिक स्वरूपों का ऑनलाइन डेटाबेस है और यह एक नि:शुल्क संसाधन है।

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‘डीबीजीईएनवीओसी’ के पहले प्रकाशन में दो करोड़ 40 लाख कायिक और रोगाणु कोशिका स्वरूप शामिल हैं।

उल्लेखनीय है कि मुंह का कैंसर भारत में पुरुषों में कैंसर रोग का सर्वाधिक पाया जाने वाला स्वरूप है, जो मुख्यत: तंबाकू चबाने से होता है।

भाषा

नेत्रपाल सुभाष

सुभाष


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