तकनीकी परामर्श समिति की सलाह के बाद कर्नाटक में रात के कर्फ्यू पर निर्णय किया गया : मंत्री
तकनीकी परामर्श समिति की सलाह के बाद कर्नाटक में रात के कर्फ्यू पर निर्णय किया गया : मंत्री
बेंगलुरू, 24 दिसंबर (भाषा) कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने बृहस्पतिवार को 24 दिसंबर से एक जनवरी तक रात में कर्फ्यू लगाने के सरकार के कदम का बचाव करते हुये कहा कि कोविड-19 पर तकनीकी परामर्श समिति की सलाह के बाद यह निर्णय किया गया है।
संवाददाताओं से बातचीत में सुधाकर ने कहा, ‘‘तकनीकी परामर्श समिति (टीएसी) ने एहतियात के तौर पर रात आठ बजे से कर्फ्यू लगाने की सिफारिश की । हालांकि, बेहद विचार विमर्श के बाद हमने रात 11 बजे से सुबह पांच बजे तक लोगों के आवगमन को प्रतिबंधित करने का निर्णय किया है।’’
कर्नाटक सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिये बुधवार को रात का कर्फ्यू लगाने का निर्णय किया , खास तौर से तब, जब बिटेन में कोविड-19 के नये स्वरूप का पता लगने के बाद दुनिया भर में खलबली मची हुयी है।
रात के कर्फ्यू को भाजपा सरकार की गलतियों को ‘ढकने’ वाला और जनता का ध्यान भटकाने वाला करार देते हुये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने कहा, ‘‘यह एक ऐसी सरकार है जो जिम्मेदार नहीं है । विभिन्न माध्यमों से यह लोगों का ध्यान भटकाने का प्रयास करती है।’’
शिवकुमार ने कहा, ‘‘रात के कर्फ्यू से किस प्रकार कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने में मदद मिलेगी ?’’
भाजपा पार्षद ए एच विश्वनाथ ने भी रात का कर्फ्यू लगाने के सरकार के निर्णय की आलोचना की है।
प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा के एक अन्य वरिष्ठ नेता एवं विजयपुरा के विधायक बसाना गौड़ा पाटिल यतनाल ने भी सरकार से इस निर्णय पर दोबारा विचार करने के लिये कहा है ।
भाषा रंजन रंजन नरेश
नरेश

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