दिल्ली : प्रॉपर्टी डीलर से रंगदारी मांगने के मामले में आठ लोग गिरफ्तार

दिल्ली : प्रॉपर्टी डीलर से रंगदारी मांगने के मामले में आठ लोग गिरफ्तार

दिल्ली : प्रॉपर्टी डीलर से रंगदारी मांगने के मामले में आठ लोग गिरफ्तार
Modified Date: September 29, 2025 / 05:45 pm IST
Published Date: September 29, 2025 5:45 pm IST

नयी दिल्ली, 29 सितंबर (भाषा) पुलिस ने नरेला में एक प्रॉपर्टी डीलर के कार्यालय पर गोली चलाने और पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में आठ लोगों को गिरफ्तार कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संचालित तथा गैंगस्टर से जुड़े एक रंगदारी गिरोह का पर्दाफाश करने का दावा किया है।

एक अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मुख्य हमलावर, हथियार आपूर्तिकर्ता और फाइनेंसर शामिल हैं, जिन्होंने जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई होने का दावा करने वाले ‘जोरा’ नामक एक व्यक्ति के निर्देश पर इस साजिश को अंजाम दिया।

पुलिस ने बताया कि जोरा अपने भारतीय सहयोगियों के साथ ‘कूट संवाद मंच’ (एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग प्लेटफॉर्म) के जरिए संवाद कर रहा था और ऐप पर भेजी गई तस्वीरों के माध्यम से उसने कार्यालय के स्थान की भी पुष्टि की थी। पुलिस ने जोरा के आईपी एड्रेस का पता पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया तक लगाया लेकिन कहा कि यदि वह ‘वीपीएन’ का उपयोग कर रहा था तो यह जानकारी भ्रामक हो सकती है।

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एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि 14 सितंबर को हुई गोलीबारी की उस घटना में एक व्यक्ति घायल हो गया था। इस घटना से कुछ मिनट पहले प्रॉपर्टी डीलर को एक अंतरराष्ट्रीय नंबर से जोरा का कॉल आया था। उसने पांच करोड़ रुपये की मांग करते हुए अपनी ताकत दिखाने की धमकी दी थी।

पुलिस उपायुक्त (बाहरी उत्तर) हरेश्वर स्वामी ने बताया, ’14 सितंबर को एक चोरी की मोटरसाइकिल पर सवार दो व्यक्तियों ने कथित तौर पर मुख्य सफियाबाद रोड, नरेला पर एक प्रॉपर्टी डीलर के कार्यालय के बाहर गोलीबारी की। इस घटना में एक व्यक्ति घायल हो गया और घटनास्थल से चार खाली कारतूस बरामद किए गए। शिकायतकर्ता को एक अंतरराष्ट्रीय नंबर से कॉल भी आया था, जिसमें 5 करोड़ रुपये की मांग की गई थी और ऐसा न करने पर जान से मारने की धमकी दी गई थी।’

नरेला पुलिस थाने में भारतीय न्याय संहिता और शस्त्र अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत एक मामला दर्ज किया गया और मामले को सुलझाने के लिए कई टीमें बनाई गईं।

तकनीकी निगरानी, सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय खुफिया जानकारी के आधार पर कार्रवाई करते हुए, पुलिस ने सबसे पहले 18 सितंबर को तीन हमलावरों दिनेश, सौरव और हेमंत उर्फ अक्षय को गिरफ्तार किया, जिन्हें प्रत्येक को पांच लाख रुपये देने का वादा करके काम पर रखा गया था।

इसके बाद पांच अन्य आरोपियों हथियार आपूर्तिकर्ता आशीष त्यागी और वंश मलिक, राहुल उर्फ पिस्टल और फाइनेंसर संदीप उर्फ सन्नी और सचिन को दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा से पकड़ा गया।

पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान यह सामने आया कि पूरी साजिश को जोरा के निर्देश पर एक ‘कूट संदेश ऐप’ के माध्यम से प्लान किया गया था। राहुल उर्फ पिस्टल ने शूटरों के लिए रहने और अन्य रसद की व्यवस्था की जबकि त्यागी और उसके सहयोगियों ने हथियार और वाहन उपलब्ध कराए।

पुलिस ने आरोपियों के पास से गोलीबारी में इस्तेमाल की गई चोरी की बाइक, पिस्तौल पहुंचाने में इस्तेमाल की गई एक मोटरसाइकिल, एक अन्य चोरी की बाइक, हेलमेट, कई मोबाइल फोन और चैट रिकॉर्ड बरामद किए। इस साजिश से जोड़ने वाले अन्य सबूतों के साथ एक आईपैड भी जब्त किया गया।

पुलिस ने कहा कि आरोपियों के फरार सहयोगियों का पता लगाने और वित्त पोषण के माध्यमों की पहचान करने के लिए जांच की जा रही है।

भाषा सुमित मनीषा

मनीषा


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