दिल्ली सरकार ने राजधानी की खतरनाक वायु गुणवत्ता से निपटने के लिए विशेषज्ञ समिति गठित की

दिल्ली सरकार ने राजधानी की खतरनाक वायु गुणवत्ता से निपटने के लिए विशेषज्ञ समिति गठित की

दिल्ली सरकार ने राजधानी की खतरनाक वायु गुणवत्ता से निपटने के लिए विशेषज्ञ समिति गठित की
Modified Date: December 29, 2025 / 06:21 pm IST
Published Date: December 29, 2025 6:21 pm IST

नयी दिल्ली, 29 दिसंबर (भाषा) दिल्ली सरकार ने वायु गुणवत्ता संकट से निपटने के उपाय सुझाने के लिए विशेषज्ञों की एक समिति गठित की है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।

सरकार की पांच सूत्रीय प्रदूषण नियंत्रण रणनीति के तहत यह समिति गठित की गई है। इस रणनीति में नए तरीके अपनाना, धूल और ठोस अपशिष्ट का वैज्ञानिक तरीके से निपटान, प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों के खिलाफ कार्रवाई, वाहनों से होने वाले उत्सर्जन में कमी लाना और दिल्ली को हरित व स्वस्थ बनाने के लिए दीर्घकालिक प्रयास शामिल हैं।

अधिकारियों के अनुसार, विशेष विशेषज्ञ समिति में 11 सदस्य हैं, जिनमें पूर्व सचिव, दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) के पूर्व अध्यक्ष, पर्यावरण एवं वन विभाग के सचिव, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) के प्रतिनिधि और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी)-कानपुर व आईआईटी-दिल्ली जैसे संस्थानों के विशेषज्ञ शामिल हैं।

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सोमवार को शहर की वायु गुणवत्ता और बिगड़ गई। शाम चार बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 401 दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है। एक दिन पहले यह 390 था, जो ‘अत्यंत खराब’ श्रेणी में आता है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मानकों के अनुसार, 0 से 50 के बीच एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 से 100 ‘संतोषजनक’, 101 से 200 ‘मध्यम’, 201 से 300 ‘खराब’, 301 से 400 ‘अत्यंत खराब’ और 401 से 500 ‘गंभीर’ माना जाता है।

भाषा

जोहेब संतोष

संतोष


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