दिल्ली के स्कूल शिक्षक ऑनलाइन प्रशिक्षण के नये चरण से गुजरेंगे
दिल्ली के स्कूल शिक्षक ऑनलाइन प्रशिक्षण के नये चरण से गुजरेंगे
नयी दिल्ली, 27 दिसंबर (भाषा) दिल्ली के सरकारी और निजी स्कूलों के शिक्षकों को अब संरचित ऑनलाइन प्रशिक्षण के एक नए दौर से गुजरना होगा। सरकार ने वर्तमान शैक्षणिक वर्ष के लिए कई पेशेवर विकास पाठ्यक्रम फिर से शुरू कर दिए हैं।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीआईआरटी) ने दिल्ली के सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों के शिक्षकों, स्कूल प्रमुखों और शिक्षक प्रशिक्षकों के लिए ‘निष्ठा’ (स्कूल प्रमुखों और शिक्षकों की समग्र प्रगति के लिए राष्ट्रीय पहल) पाठ्यक्रमों के साथ-साथ सामान्य सतत व्यावसायिक विकास (सीपीडी) और नैनो पाठ्यक्रमों को फिर से शुरू करने की घोषणा की है।
एससीईआरटी के अनुसार, ‘निष्ठा’ कार्यक्रम के अंतर्गत, अंग्रेजी, हिंदी और उर्दू भाषाओं में मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान (एफएलएन) और प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा (ईसीसीई) के पाठ्यक्रम उपलब्ध कराए जाएंगे। इन पाठ्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के अनुरूप प्रारंभिक स्तर पर कक्षा शिक्षण पद्धतियों में सुधार लाना है।
एससीईआरटी के अनुसार, सामान्य सीपीडी पाठ्यक्रमों में समसामयिक विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल होगी, जिसमें साइबर स्वच्छता, सोशल मीडिया सुरक्षा, साइबर अपराध, डिजिटल कल्याण, समावेशी शिक्षा, तकनीक-आधारित शिक्षण एकीकरण के लिए अनुदेशात्मक डिजाइन, मीडिया साक्षरता, वित्तीय सुरक्षा, डेटा गोपनीयता और सुरक्षा, इलेक्ट्रॉनिक कचरा जैसे पर्यावरणीय खतरे, क्रियात्मक अनुसंधान और खुले शैक्षिक संसाधनों का उपयोग शामिल है।
एससीईआरटी ने बताया कि साइबर स्पेस सुरक्षा और संबंधित क्षेत्रों पर ‘नैनो कोर्स’ (लघु पाठ्यक्रम) भी उपलब्ध होंगे।
बोर्ड के अनुसार, शिक्षक इन पाठ्यक्रमों के लिए ‘दीक्षा’ पोर्टल के माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं, जहां सभी मॉड्यूल डिजिटल प्रारूप में उपलब्ध हैं।
यह मंच वीडियो पाठ, शब्द-आधारित शिक्षण सामग्री और मूल्यांकन प्रदान करता है, जिससे प्रतिभागी निर्धारित समय सीमा के भीतर अपनी सुविधा और गति के अनुसार पाठ्यक्रम पूरा कर सकते हैं।
एससीईआरटी ने स्पष्ट किया है कि सभी पाठ्यक्रमों के लिए नामांकन 10 मार्च, 2026 तक खुला रहेगा जबकि इन्हें 15 मार्च, 2026 तक पूरा करना अनिवार्य होगा।
परिषद ने शिक्षकों और स्कूल प्रमुखों को इस समय-सारणी का पालन करने की सलाह दी है क्योंकि समय सीमा समाप्त होने के बाद पाठ्यक्रम के लिंक निष्क्रिय हो जाएंगे।
इस पहल का उद्देश्य शिक्षकों की पेशेवर क्षमता को मजबूत करना है और दिल्ली की स्कूली शिक्षा प्रणाली में आधुनिक शिक्षण पद्धतियों और डिजिटल कौशल तक व्यापक पहुंच सुनिश्चित करना है।
भाषा प्रचेता रंजन
रंजन

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