पद्मश्री से सम्मानित इस महिला से बीमारी की हालत में कराया डांस, अस्पताल के खिलाफ उठी कार्रवाई की मांग

अस्पताल में कमला पुजारी को डांस करने पर मजबूर करने वाली महिला के विरुद्ध कार्रवाई की मांग

पद्मश्री से सम्मानित इस महिला से बीमारी की हालत में कराया डांस, अस्पताल के खिलाफ उठी कार्रवाई की मांग
Modified Date: November 29, 2022 / 08:05 pm IST
Published Date: September 3, 2022 4:27 pm IST

forced Kamla Pujari to dance in hospital: भुवनेश्वर/कोरापुट, 3 सितंबर । ओडिशा के एक अन्य जनजातीय समूह ने उस महिला सामाजिक कार्यकर्ता के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है, जिसने कथित तौर पर, बीमारी की हालत में कमला पुजारी को कटक के अस्पताल से छूटते वक्त डांस करने पर मजबूर किया था। >>*IBC24 News Channel के WHATSAPP  ग्रुप से जुड़ने के लिए  यहां CLICK करें*<<

पुजारी को जनजातीय लोगों में जैविक खेती के वास्ते काम करने के लिए जाना जाता है और उन्हें पद्मश्री पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।

इस मुद्दे पर लोगों द्वारा आक्रोश व्यक्त किये जाने के बाद कटक स्थित एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के अधिकारियों ने घटना की जांच के लिए प्रोफेसर जयंत पांडा के नेतृत्व में एक समिति का गठन किया। अस्पताल में बीमार होने के बावजूद पुजारी को डांस करने पर मजबूर किया गया था।

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समिति में एससीबीएमसीएच के रजिस्ट्रार, अविनाश राउत शामिल हैं और यह समिति अपनी रिपोर्ट अस्पताल के अधीक्षक को सौंपेगी।

पांडा ने पीटीआई-भाषा से कहा, “हमने चिकित्सकों, नर्स, परिचारक, अस्पताल के सुरक्षा गार्ड और अन्य के बयान पहले ही दर्ज कर लिए हैं। दो और लोगों से पूछताछ की जानी है और हम शनिवार को रिपोर्ट सौंप देंगे।”

उन्होंने कहा कि सामाजिक कार्यकर्ता जेयपुर से ही पुजारी के साथ थी और उसे उनकी महिला परिचारिका के तौर पर जाना जाता था। पांडा ने कहा, “अस्पताल के कर्मचारियों ने उसे (सामाजिक कार्यकर्ता) इसलिए प्रवेश दिया था क्योंकि वह भर्ती कराये जाने के समय पुजारी के साथ आई थी।”

सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा 72 वर्षीय पुजारी को डांस करने पर मजबूर करने पर पराजा समुदाय के विरोध जताने के एक दिन बाद अब भूमिया जनजाति ने भी घटना की निंदा की है।

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भूमिया जनजातीय समाज के नेता नरेंद्र कंडोलिया ने कहा कि ओडिशा की पूरी जनजातीय आबादी इस घटना की निंदा करती है। उन्होंने शुक्रवार को जेयपुर के उप- कलक्टर के जरिये सरकार को एक ज्ञापन सौंपा।

घटना प्रकाश में तब आई थी, जब एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक बुजुर्ग महिला सरकारी अस्पताल के आईसीयू में डांस करती नजर आ रही है।

सामाजिक कार्यकर्ता ममता बेहेरा को भी महिला के साथ नाचते देखा जा सकता था।

पुजारी ने अपने गृहनगर कोरापुट जिले के टीवी चैनलों से कहा, “मैं कभी डांस नहीं करना चाहती थी, लेकिन मुझे मजबूर किया गया। मैं बार-बार मना कर रही थी लेकिन उसने (बेहेरा) नहीं सुनी। मैं बीमार थी और थकी हुई थी।” पुजारी के परिचारक राजीव हियाल ने कहा कि वह बेहेरा को नहीं जानतीं और उसने उनके साथ सेल्फी भी खींची थी।

 


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com