धनखड़ का इस्तीफा : विपक्षी सदस्यों ने हैरानी जताई, कारण पर अटकलें जारी

धनखड़ का इस्तीफा : विपक्षी सदस्यों ने हैरानी जताई, कारण पर अटकलें जारी

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  • Publish Date - July 22, 2025 / 12:53 PM IST,
    Updated On - July 22, 2025 / 12:53 PM IST

नयी दिल्ली, 22 जुलाई (भाषा) उपराष्ट्रपति पद से जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के एक दिन बाद मंगलवार को कई विपक्षी नेताओं ने इस अप्रत्याशित कदम पर हैरानी जताई और इस्तीफे के कारणों को लेकर अटकलों का दौर जारी है।

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के राज्यसभा सदस्य पी संदोष कुमार ने कहा कि इस इस्तीफे के पीछे का कारण केवल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ही स्पष्ट कर सकते हैं।

धनखड़ ने सोमवार शाम को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा भेजा था। मुर्मू को भेजे अपने त्यागपत्र में धनखड़ ने कहा कि वह ‘‘स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने’’ के लिए तत्काल प्रभाव से पद छोड़ रहे हैं।

धनखड़ ने राष्ट्रपति को लिखे पत्र में कहा, ‘स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने और चिकित्सीय सलाह का पालन करने के लिए, मैं संविधान के अनुच्छेद 67 (ए) के अनुसार, तत्काल प्रभाव से भारत के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे रहा हूं।’

भाकपा के राज्यसभा सदस्य पी संदोष कुमार ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “धनखड़ के इस्तीफे के कई अन्य कारण हो सकते हैं। केवल दो व्यक्ति — नरेन्द्र मोदी और अमित शाह — ही इसका सही कारण बता सकते हैं। एक बात तो तय है कि उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा नहीं दिया है।”

उन्होंने कहा, “वह सदन का संचालन बहुत उत्साहपूर्वक कर रहे थे। निश्चित रूप से इस्तीफे के पीछे कोई और कारण रहा होगा।”

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “मैं क्या कह सकता हूं। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दिया है। मैं कुछ भी नहीं समझ पा रहा हूं।”

समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि उपराष्ट्रपति का इस्तीफा चौंकाने वाला है। उन्होंने कहा, “रात को अचानक पता चला कि उपराष्ट्रपति ने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दे दिया है। वह तो कल ही सदन में मौजूद थे। मैं बहुत हैरान हूं। मैं उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं। वह संविधान के साहसी संरक्षक थे।”

धनखड़ (74) ने अगस्त 2022 में उपराष्ट्रपति का पदभार संभाला था और उनका कार्यकाल 2027 तक था। राज्यसभा के सभापति धनखड़ का इस्तीफा संसद के मानसून सत्र के पहले दिन आया। उपराष्ट्रपति राज्यसभा का पदेन सभापति होता है।

हाल में उनकी दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में एंजियोप्लास्टी हुई थी और इस वर्ष मार्च में उन्हें कुछ दिनों के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

भाषा

मनीषा वैभव

वैभव