निर्वाचन आयोग ने भाजपा की मदद के लिए बंगाल में लाखों मतदाताओं के नाम हटा दिए: तृणमूल का आरोप

निर्वाचन आयोग ने भाजपा की मदद के लिए बंगाल में लाखों मतदाताओं के नाम हटा दिए: तृणमूल का आरोप

निर्वाचन आयोग ने भाजपा की मदद के लिए बंगाल में लाखों मतदाताओं के नाम हटा दिए: तृणमूल का आरोप
Modified Date: December 27, 2025 / 06:35 pm IST
Published Date: December 27, 2025 6:35 pm IST

कोलकाता, 27 दिसंबर (भाषा) तृणमूल कांग्रेस ने शनिवार को निर्वाचन आयोग (ईसी) पर आरोप लगाया कि उसने 2026 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा की मदद के लिए एसआईआर प्रक्रिया के तहत मतदाता सूची से लाखों वैध मतदाताओं के नाम हटा दिए।

तृणमूल के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनोज अग्रवाल से उनके कार्यालय में मुलाकात की और अपनी शिकायतों को सूचीबद्ध करते हुए एक ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल में मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य, शशि पांजा, अरूप बिस्वास, मानस भुइयां और मलय घटक शामिल थे।

भट्टाचार्य ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम अन्य राज्यों की तुलना में बंगाल में विभिन्न नियमों और तौर-तरीकों को लागू होते देख रहे हैं। ‘अनुपस्थित, स्थानांतरित और नाम में दोहराव वाले’ मतदाताओं की जांच के नाम पर निर्वाचन आयोग ने लगभग 58 लाख वास्तविक मतदाताओं को ‘अनमैप्ड’ बताकर हटा दिया।’’

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उन्होंने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई भाजपा को बार-बार खारिज करने वाले राज्य के लोगों को दंडित करने के लिए मतदाता सूची से दो करोड़ मतदाताओं के नाम हटाने की बड़ी साजिश का हिस्सा लगती है।

बिस्वास ने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग द्वारा पेश किया गया मोबाइल ऐप्लिकेशन ‘अनमैप्ड’ मतदाताओं को फॉर्म छह और सात के अनुलग्नकों के माध्यम से अपेक्षित विवरण जमा करने की अनुमति नहीं देता है, जिससे वे अपने मतदान के अधिकार से वंचित हो जाते हैं।

बिस्वास ने कहा, ‘‘‘जब हमने इस बारे में बताया तो अग्रवाल ने कहा कि वह शिकायत दिल्ली भेज रहे हैं।’’

भाषा संतोष सुरेश

सुरेश


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