बुजुर्गों के सम्मान के लिए स्कूल पीटीएम में दादा-दादी, नाना-नानी के शामिल होने पर जोर: सरकार

बुजुर्गों के सम्मान के लिए स्कूल पीटीएम में दादा-दादी, नाना-नानी के शामिल होने पर जोर: सरकार

बुजुर्गों के सम्मान के लिए स्कूल पीटीएम में दादा-दादी, नाना-नानी के शामिल होने पर जोर: सरकार
Modified Date: December 16, 2025 / 05:23 pm IST
Published Date: December 16, 2025 5:23 pm IST

नयी दिल्ली, 16 दिसंबर (भाषा) केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि उसने वरिष्ठ नागरिकों पर केंद्रित नीतियों के माध्यम से उनके कल्याण के अनेक प्रयास किये हैं और इसी तरह के एक प्रयास में शिक्षा मंत्रालय के सहयोग से इस बात पर जोर दिया जा रहा है कि स्कूलों में होने वाली पीटीएम में दादा-दादी, नाना-नानी को भी बुलाया जाए।

सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री बी एल वर्मा ने सदन में प्रश्नकाल के दौरान यह बात कही।

वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य मनीष जायसवाल के पूरक प्रश्नों का उत्तर दे रहे थे, जिन्होंने भविष्य में देश में बुजुर्ग आबादी बढ़ने के पूर्वानुमान का उल्लेख करते हुए वृद्धाश्रमों में वरिष्ठ नागरिकों को छोड़े जाने की बढ़ती प्रवृत्ति पर चिंता जताई और सरकार से इस दिशा में किये जा रहे उपायों के बारे में पूछा।

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वर्मा ने अपने उत्तर में कहा, ‘‘2011 की जनगणना में देश में लगभग 10 करोड़ 38 लाख वरिष्ठ नागरिक थे। यह संख्या लगातार बढ़ रही है। वहीं, छोटे परिवारों की संख्या बढ़ने, रोजगार के कारण पलायन होने तथा वरिष्ठ नागरिकों के परिवारों से अलग होने के मामले बढ़े हैं। ऐसे में सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों पर केंद्रित नीतियों के माध्यम से उनके कल्याण का प्रयास किया है।’’

उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्रालय के सहयोग से इस बात पर जोर दिया जा रहा है कि विद्यालयों में होने वाली अभिभावक-शिक्षक बैठक (पीटीएम) में दादा-दादी और नाना-नानी को भी बुलाया जाए ताकि परिवारों में प्रेमभाव बढ़े और बच्चों के मन में बुजुर्गों के प्रति सम्मान बढ़े।

वर्मा ने बताया कि सरकार ने 2015-16 में वरिष्ठ नागरिकों के लिए कल्याण कोष की स्थापना की थी और आज देशभर में 706 वरिष्ठ नागरिक गृह चल रहे हैं जिनमें सभी आवश्यक सुविधाएं हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘इस योजना के दायरे का विस्तार करना सतत प्रक्रिया है। राज्यों के प्रस्तावों के माध्यम से इस संबंध में निर्णय लिया जाता है।’’

भाषा वैभव माधव

माधव


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