किसान आंदोलन, टिकट बंटवारे में गलतियों का असर चुनाव पर‍िणामों पर पड़ा: खर्रा |

किसान आंदोलन, टिकट बंटवारे में गलतियों का असर चुनाव पर‍िणामों पर पड़ा: खर्रा

किसान आंदोलन, टिकट बंटवारे में गलतियों का असर चुनाव पर‍िणामों पर पड़ा: खर्रा

:   Modified Date:  June 6, 2024 / 07:59 PM IST, Published Date : June 6, 2024/7:59 pm IST

जयपुर, छह जून (भाषा) राजस्थान के एक मंत्री ने बृहस्पतिवार को कहा कि किसान आंदोलन और टिकट बंटवारे में गलतियों का असर इस आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रदर्शन पर रहा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी 400 पार के नारे को लेकर विपक्ष द्वारा फैलाए गए भ्रम को दूर नहीं कर पाई।

शहरी विकास राज्‍य मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने यहां पार्टी कार्यालय में संवाददाताओं से कहा, ‘400 पार के नारे को लेकर विपक्ष ने जो भ्रम फैलाया, हम उस भ्रम को दूर नहीं कर पाए। किसान आंदोलन का असर रहा, टिकट बंटवारे की गलतियों का असर रहा। बहुत सी बातें थीं जिनका असर रहा।’

उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाला राजग लगातार दो आम आम चुनाव में राज्य की सभी 25 लोकसभा सीटें जीत रहा था। इस बार भाजपा केवल 14 सीटें ही जीत पाईं।

मंत्री खर्रा ने इस बारे में पूछे जाने पर कहा,’एक नहीं बहुत सारे कारण थे और सारे कारणों के मिलने से ही ऐसे हालात हुए।’

उन्होंने कहा कि पार्टी को अब आगे और कठिन परिश्रम करना पड़ेगा।

आम चुनाव में पार्टी की हार की जिम्मेदारी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हार की जिम्मेदारी भाजपा के सभी कार्यकर्ता लेते हैं। उन्होंने कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी के समस्त कार्यकर्ता हार की जिम्मेदारी लेते हैं। सामूहिक जिम्मेदारी होती है कोई व्यक्तिगत जिम्मेदारी नहीं होती।’

कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा द्वारा अपने अधीन आने वाली लोकसभा सीटों पर पार्टी उम्मीदवारों की हार के कारण पद छोड़ने के संकेत पर खर्रा ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि वे कैबिनेट में बने रहें।

उन्होंने कहा, ‘किरोड़ीलाल हमारे संघर्षशील नेता हैं और हम कोशिश करेंगे कि वे हमारे साथी बने रहें। मंत्रिमंडल में रहे। उम्मीद है कि वे कार्यकर्ताओं व केंद्रीय नेतृत्व की भावनाओं के अनुरूप सरकार में बने रहेंगे।’

मंगलवार को घोषित लोकसभा चुनाव के नतीजों में भाजपा को राज्य की 25 में से 14 सीटें मिलीं। कांग्रेस ने आठ व विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ के घटक दलों ने तीन सीटें जीत लीं। उल्लेखनीय है कि 2014 के आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने राज्य की सभी 25 संसदीय सीटें जीती थीं। वहीं 2019 में राजग ने सभी सीटें (24 भाजपा और एक आरएलपी) जीतीं। इस बार भाजपा ने सभी 25 सीटों पर स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ा।

भाषा पृथ्वी कुंज रंजन

रंजन

 

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