नई दिल्लीः Fertilizer prices will not increase केंद्र की मोदी सरकार किसानों को बड़ी राहत दी है। मोदी सरकार ने फर्टिलाइजर सब्सिडी बढ़ाने का फैसला किया है। पीएम मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई केन्द्रीय कैबिनेट की बैठक में ये फैसला लिया गया। सरकार ने वैश्विक कच्चे माल की कीमतों में वृद्धि के प्रभाव को कम करने के लिए सरकार ने सब्सिडी में इजाफा किया है। खरीफ सीजन आ रहा है और उर्वरकों के रॉ मैटीरियल काफी महंगे हो रहे हैं। हाल ही में खाद कंपनियों ने डीएपी की कीमतों में 150 रुपए की वृद्धि हुई है। यूरिया और दूसरे उर्वरकों के दाम में भी वृद्धि होने का पूरा अनुमान है। ऐसे में पहले से ही डीजल की बढ़ती कीमतों से परेशान किसानों पर सरकार खाद की महंगाई का बोझ नहीं डालना चाहती।
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Fertilizer prices will not increase पिछले कुछ वर्षों से उर्वरक सब्सिडी 80 करोड़ रुपये के आसपास होती थी। लेकिन रॉ मैटीरियल के बढ़ते दाम की वजह से डीएपी का दाम लगभग डबल हो गया था। इसलिए सरकार ने भारी सब्सिडी देकर किसानों को राहत दी। लेकिन इससे 2020-21 में उर्वरक सब्सिडी 1.28 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई थी। इसके बाद फिर रॉ मैटीरियल के दाम में तेजी आई तो भी सरकार ने निर्णय लिया कि इसका असर किसानों पर नहीं पड़ने दिया जाएगा। इस तरह 2021-22 में यह इससे भी अधिक हो गई। बताया जा रहा है इस बार यह सब्सिडी 1.4 से 1.5 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगी।
सरकार का प्रयास है कि रॉ मैटीरियल के रेट में वृद्धि का बोझ किसानों पर न पड़े। इसलिए वो सब्सिडी का और भार उठाने की तैयारी कर रही है। बताया गया है कि रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते अंतरराष्ट्रीय बाजार में उर्वरकों के रॉ मैटीरियल की कीमतें तेजी से बढ़ी हैं। क्योंकि फॉस्फेटिक और पोटेशियम उर्वरकों की आपूर्ति प्रभावित हो रही है। खाद कंपनियों के मुताबिक रॉ मैटीरियल काफी महंगा हो गया है। कनाडा, चाइना, जार्डन, मलेशिया इंडोनेशिया और अमेरिका से भी खाद का रॉ मैटीरियल आता है।