ओडिशा में पहले समुद्री जल विलवणीकरण संयंत्र की स्थापना

ओडिशा में पहले समुद्री जल विलवणीकरण संयंत्र की स्थापना

ओडिशा में पहले समुद्री जल विलवणीकरण संयंत्र की स्थापना
Modified Date: August 10, 2025 / 10:34 pm IST
Published Date: August 10, 2025 10:34 pm IST

ब्रह्मपुर, 10 अगस्त (भाषा) केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ओडिशा के गंजाम जिले में रविवार को राज्य के पहले समुद्री जल विलवणीकरण संयंत्र का उद्घाटन किया।

छतरपुर के पास माटीखाल में स्थापित यह संयंत्र उत्क्रम परासरण यानी रिवर्स ऑस्मोसिस (आरओ) तकनीक का इस्तेमाल करके समुद्री जल को ताजा पानी में तब्दील कर देगा। इसे इंडियन रेयर अर्थ्स लिमिटेड (आईआरईएल) की एक इकाई, ओडिशा सैंड्स कॉम्प्लेक्स (ऑस्कॉम) ने विकसित किया है।

अधिकारियों ने बताया कि इस संयंत्र से रोजाना लगभग चार लाख लीटर पानी की आपूर्ति की जाएगी, जिससे करीब 7,000 लोगों को लाभ होगा।

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प्रधान ने कहा कि इस संयंत्र के चालू होने से समुद्री तट के किनारे बसे दो गांवों की पानी की समस्या का समाधान हो जाएगा। उन्होंने कहा, “भूजल में लवणता के कारण ग्रामीणों को पेयजल की समस्या का सामना करना पड़ रहा था।”

ओस्कॉम प्रमुख सीवीआर मूर्ति ने बताया कि औद्योगिक और पेयजल आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए 4.5 एमएलडी क्षमता के संयंत्र की स्थापना पर कुल 135 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है।

उन्होंने बताया कि आस-पास के गांवों के साथ-साथ ओस्कॉम कर्मचारियों को भी पानी उपलब्ध कराया जाएगा।

मूर्ति के मुताबिक, “ओसकॉम इस संयंत्र से 1.5 एमएलडी पानी का इस्तेमाल करेगा, जबकि 1.5 एमएलडी पानी की गांवों को आपूर्ति करेगा। बाकी 1.5 एमएलडी पानी आपात स्थिति में उपयोग के लिए संरक्षित किया जाएगा।”

अधिकारियों के अनुसार, भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बीएआरसी) ने समुद्री जल के खारेपन को दूर करने की तकनीक उपलब्ध कराई है। उन्होंने बताया कि बीएआरसी के परमाणु ऊर्जा विभाग ने इस संयंत्र की स्थापना के लिए धनराशि प्रदान की है।

अधिकारियों ने बताया कि जिला प्रशासन ने टैंक बनवाए और हर घर तक पाइप बिछाए।

भाषा पारुल दिलीप

दिलीप


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