कैमरून में फंसे झारखंड के पांच प्रवासी श्रमिक मंगलवार को घर लौट आएंगे
कैमरून में फंसे झारखंड के पांच प्रवासी श्रमिक मंगलवार को घर लौट आएंगे
रांची, 29 नवंबर (भाषा) कैमरून में फंसे झारखंड के पांच प्रवासी श्रमिक मंगलवार को घर लौट आएंगे। वे मध्य अफ्रीकी देश में वेतन नहीं मिलने के कारण वहां आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष (श्रम विभाग) की टीम लीडर शिखा लकड़ा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि सामाजिक कार्यकर्ता सिकंदर अली ने यह मामला श्रम विभाग के समक्ष उठाया और कैमरून में भारतीय दूतावास के अधिकारियों के साथ बातचीत की।
उन्होंने बताया कि सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद श्रमिकों की भारत वापसी के लिए विमान टिकट बुक की गई है।
लकड़ा ने कहा, ‘‘हमने भारतीय दूतावास से संपर्क किया और श्रमिकों और नियोक्ताओं (मुंबई स्थित एक निजी कंपनी) के सभी दस्तावेज़ साझा किए। भारतीय दूतावास ने स्थानीय अधिकारियों से संपर्क किया और वे पांचों श्रमिकों के पांच महीने के लंबित वेतन का भुगतान करवाने में कामयाब रहे।’’
उन्होंने बताया कि श्रमिकों को मुंबई लाने के लिए सोमवार की टिकट बुक कर दी गई है। उड़ान मंगलवार को पहुंचेगी।
इसके बाद, ये श्रमिक अपने खर्चे पर ट्रेन से झारखंड आएंगे।
इन श्रमिकों ने पांच महीने से वेतन न मिलने के कारण रहने और खाने-पीने में हो रही समस्या को एक वीडियो के जरिए सामाजिक कार्यकर्ता सिकंदर अली को बताया था, जो प्रवासी मजदूरों के लिए काम करते हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता ने श्रम विभाग से संपर्क किया था।
अली ने कहा, ‘‘पांचों श्रमिकों को कैमरून में ट्रांसमिशन लाइन बिछाने के काम के लिए मुंबई की एक बहुराष्ट्रीय निजी कंपनी ने काम पर रखा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि उन्हें पिछले पांच महीनों से वेतन नहीं दिया गया।’’
कैमरून में फंसे इन श्रमिकों में शामिल सुनील महतो, सुकर महतो, चन्द्रशेखर कुमार और दिलन महतो हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र से हैं। वहीं, दिलचंद महतो गिरिडीह जिले के डुमरी से हैं।
भाषा सुभाष माधव
माधव

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