कोलकाता, 14 दिसंबर (भाषा) भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने रविवार को घोषणा की कि उसने अगले साल होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) की प्रथम स्तरीय जांच (एफएलसी) के लिए पांच नोडल अधिकारियों को नियुक्त किया है। ये सभी अधिकारी अन्य राज्यों से हैं।
आयोग ने एक बयान में कहा कि ईसीआई ने ऐसे नियम भी लागू किए हैं जिनके तहत मतदान की पारदर्शिता बढ़ाने के लिए प्रत्येक उम्मीदवार की तस्वीर ईवीएम पर प्रदर्शित की जाएगी।
बयान के अनुसार, इन पांच नोडल अधिकारियों को विधानसभा चुनावों के लिए विभिन्न एफएलसी स्थलों पर पर्यवेक्षकों के रूप में नियुक्त किया गया है।
नियुक्त किए गए अधिकारियों में शिनिया कयेम मिजे (उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी, अरुणाचल प्रदेश), योगेश गोसावी (उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी, महाराष्ट्र), पी के बोरो (अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी, मेघालय), एथेल रोथांगपुईई (संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी, मिजोरम) और कनिष्क कुमार (अवर सचिव, ईसीआई) शामिल हैं।
वर्ष 2021 के चुनाव में पश्चिम बंगाल में 80,000 से अधिक बूथ थे।
निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि गणना के बाद बूथ की संख्या 10,000 से अधिक होने की संभावना है।
भाषा सुमित नेत्रपाल
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