’इन-स्पेस’ का गठन अंतरिक्ष क्षेत्र में बड़े सुधारों को गति देगा :राष्ट्रपति

’इन-स्पेस’ का गठन अंतरिक्ष क्षेत्र में बड़े सुधारों को गति देगा :राष्ट्रपति

’इन-स्पेस’ का गठन अंतरिक्ष क्षेत्र में बड़े सुधारों को गति देगा :राष्ट्रपति
Modified Date: November 29, 2022 / 08:57 pm IST
Published Date: January 29, 2021 10:06 am IST

नयी दिल्ली, 29 जनवरी (भाषा) राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को कहा कि ‘भारतीय राष्‍ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन एवं प्राधिकरण केंद्र’ (इन-स्‍पेस) का गठन अंतरिक्ष क्षेत्र में बड़े सुधारों को गति प्रदान करेगा।

संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने यह भी कहा, ‘‘आज हमें गर्व है कि इसरो के वैज्ञानिक चंद्रयान-3, गगनयान, और लघु उपग्रह प्रक्षेपण यान जैसे महत्वपूर्ण अभियानों पर काम कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय राष्‍ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन एवं प्राधिकरण केंद्र (इन-स्‍पेस) का गठन अंतरिक्ष क्षेत्र में बड़े सुधारों को गति प्रदान करेगा।’’

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निजी क्षेत्र की अंतरिक्ष संबंधी गतिविधियों को अनुमति देने और उन्हें विनियमित करने के लिहाज से स्वतंत्र फैसले लेने के लिए अंतरिक्ष विभाग के तहत इन-स्पेस का गठन किया गया है।

राष्ट्रपति ने कहा कि परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में भी देश तेज़ी से आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा कि कुछ महीने पहले गुजरात के काकरापार में देश के पहले स्वदेशी दाबानुकूलित भारी जल संयंत्र का सफल परीक्षण किया गया है।

भाषा वैभव माधव

माधव


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