India-Pakistan Tension: पाकिस्तान के पूर्व सांसद अब हरियाणा में बेच रहे आइसक्रीम, पहलगाम आतंकी हमले के बाद फिर आए चर्चा में, वतन वापसी को लेकर कही ये बात!
Divaya Ram Selling Ice Cream: पाकिस्तान के पूर्व सांसद अब हरियाणा में बेच रहे आइसक्रीम, पहलगाम आतंकी हमले के बाद फिर आए चर्चा में, वतन वापसी को लेकर कही ये बात!
Divaya Ram Selling Ice Cream | Photo Credit: IBC24
- पाकिस्तान में हिंदुओं पर अत्याचार से परेशान होकर 25 साल पहले भारत आए थे दबाया राम का परिवार।
- हरियाणा के फतेहाबाद में 30 सदस्यीय परिवार के साथ वीजा पर रह रहे हैं, 6 को मिल चुकी है भारतीय नागरिकता।
- पहलगाम हमले के बाद बोले – “भारत ही मेरा घर है, जरूरत पड़ी तो पाकिस्तान के खिलाफ सबसे पहले हथियार उठाऊंगा।”
हरियाणा: Divaya Ram Selling Ice Cream पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों को देश से बाहर जाने का आदेश दे दिया है। ऐसे में वीजा लेकर भारत में रहने वाले पाकिस्तानी अब अपने देश लौट रहे हैं। वहीं पाकिस्तान में बेनजीर भुट्टो की सरकार में सांसद रहे दिवाया राम हरियाणा के फतेहाबाद में आइसक्रीम बेच रहे हैं।
Divaya Ram Selling Ice Cream बताया जा रहा है कि पाकिस्तान में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार से परेशान होकर उनका परिवार पिछले 25 सालों से टूरिस्ट वीजा पर पाकिस्तान से भारत आया था। जिसके बाद वो यहां पर कुल्फियां और आइक्रीम बेचकर अपने परिवार का गुजारा करते हैं। उनके परिवार में 30 सदस्य हैं। इनमें 2 महिलाओं समेत 6 लोगों को भारत की नागरिकता मिल चुकी है, जबकि बाकी लोगों ने आवेदन किया हुआ है।
आपकों बता दें कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद दिवाया राम फिर चर्चा में आए हैं। 80 साल के दिवाया राम कहते हैं… “हम भारत में ही रहकर बाकी जीवन जीना चाहते हैं। अगर पाकिस्तान के खिलाफ लड़ने का मौका मिला तो मैं सबसे पहले हथियार उठाऊंगा।”
पाकिस्तान में जन्में थे दिवाया राम
दिवाया राम एक ऐसा नाम, जो भारत में भले ही ज्यादा मशहूर न हो, लेकिन पाकिस्तान की राजनीति में उनकी कहानी काफी खास और प्रेरणादायक है। उनका जन्म पाकिस्तान के पंजाब में 1947 के बंटवारे से लगभग दो साल पहले हुआ था। उस दौर में हालात बेहद नाजुक थे, और बंटवारे के बाद उनका परिवार पाकिस्तान में ही रह गया। दबाया राम का बचपन पाकिस्तान में ही बीता, जहां धार्मिक आधार पर उनके परिवार पर कई बार धर्म परिवर्तन का दबाव डाला गया। लेकिन उन्होंने कभी अपनी आस्था से समझौता नहीं किया और अपने धर्म पर अडिग रहे।
साल 1988 में पाकिस्तान में नेशनल असेंबली के लिए चुनाव होने थे और इस चुनाव में वह पाकिस्तान के पंजाब के जिला लोहिया और बखर से निर्विरोध सांसद चुने गए। बाद में उन्होंने पीपुल्स पार्टी की नेता बेनजीर भुट्टो को वोट दिया और बेनजीर भुट्टो पाकिस्तान की प्रधानमंत्री बनीं।
पाकिस्तान में बेनजीर भुट्टो की सरकार में सांसद रहे दिवाया राम हरियाणा के फतेहाबाद में आइसक्रीम बेच रहे हैं। हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार से परेशान होकर उनका परिवार 25 साल पहले टूरिस्ट वीजा पर पाकिस्तान से भारत आया था।
उनके परिवार में 30 सदस्य हैं। इनमें 2 महिलाओं समेत 6 लोगों को… pic.twitter.com/oh0mkzrCQF
— Rajesh Sahu (@askrajeshsahu) April 29, 2025

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