दिल्ली में ‘फर्जी’ नौकरी के अवसरों के नाम पर लोगों को ठगने के आरोप में चार लोग गिरफ्तार

दिल्ली में ‘फर्जी’ नौकरी के अवसरों के नाम पर लोगों को ठगने के आरोप में चार लोग गिरफ्तार

दिल्ली में ‘फर्जी’ नौकरी के अवसरों के नाम पर लोगों को ठगने के आरोप में चार लोग गिरफ्तार
Modified Date: December 13, 2024 / 04:51 pm IST
Published Date: December 13, 2024 4:51 pm IST

नयी दिल्ली, 13 दिसंबर (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी में रोजगार का अवसर दिलाने के नाम पर लोगों के साथ धोखाधड़ी करने के आरोप में चार साइबर ठगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

पुलिस के अनुसार, आरोपी खुद को प्रसिद्ध ‘जॉब पोर्टल’ का प्रबंधक बताते थे और नौकरी चाहने वाले लोगों से संपर्क करके कहते थे कि प्रतिष्ठित कंपनी में उनका परिचय पत्र (रिज्यूम) चुन लिया गया है।

पुलिस ने बताया कि इसके बाद वे उनसे सेवा शुल्क का भुगतान करने के लिए कहते थे, साथ ही कहते थे कि बाद में यह धनराशि वापस कर दी जाएगी।

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मध्य दिल्ली के पुलिस उपायुक्त एम. हर्षवर्धन ने बताया, ‘‘मामले की जांच करने पर आरोपियों के खिलाफ देशभर में मुख्य रूप से तेलंगाना, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक जैसे दक्षिणी राज्यों में धोखाधड़ी की कम से कम 74 शिकायतें मिली हैं।”

पुलिस ने बताया कि एक पीड़ित को एक ऑनलाइन जॉब वेबसाइट के कथित प्रतिनिधि का तीन नवंबर को फोन आया और फोन करने वाले ने पीड़िता को बताया कि एक निजी कंपनी में उसका रिज्यूम चुन लिया गया है।

पुलिस ने कहा कि पीड़ित को ऑनलाइन माध्यम से 2,500 रुपये का सेवा शुल्क देने का निर्देश देते हुए कहा गया है यह पैसा बाद में वापस कर दिया जाएगा।

पुलिस उपायुक्त ने बताया, ‘‘महिला ने फोन करने वाले पर भरोसा करके उसकी बात मान ली। लेकिन, ठग अलग-अलग बहाने बनाकर उससे पैसे मांगते रहे। इस तरह महिला से 1.25 लाख रुपये ठग लिए गए। इसके बाद वह पुलिस के पास पहुंची और प्राथमिकी दर्ज कराई।’’

पुलिस ने पैसों के लेन-देन के सिलसिले में नौ दिसंबर को दिल्ली के न्यू अशोक नगर से निखिल त्यागी (34), अंकुर शर्मा (26), वरुण भंडारी (26) और सूरज कुमार (26) को गिरफ्तार किया।

पुलिस ने बताया कि सभी आरोपी दिल्ली के रहने वाले थे और पूछताछ के दौरान उन्होंने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।

पुलिस ने आरोपियों के पास से धोखाधड़ी के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले चार मोबाइल फोन और दो लैपटॉप बरामद किए हैं।

भाषा प्रीति जोहेब

जोहेब


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