गांधी जयंती : नेताओं ने विकसित भारत के निर्माण के लिए बापू का अनुसरण जारी रखने का संकल्प लिया

गांधी जयंती : नेताओं ने विकसित भारत के निर्माण के लिए बापू का अनुसरण जारी रखने का संकल्प लिया

गांधी जयंती : नेताओं ने विकसित भारत के निर्माण के लिए बापू का अनुसरण जारी रखने का संकल्प लिया
Modified Date: October 2, 2025 / 09:48 pm IST
Published Date: October 2, 2025 9:48 pm IST

(तस्वीरों के साथ)

नयी दिल्ली, दो अक्टूबर (भाषा) महात्मा गांधी की 156वीं जयंती बृहस्पतिवार को भारत और विदेशों में मनाई गई। इस दौरान नेताओं ने बेहतर भारत के निर्माण के लिए शांति, अहिंसा, सहिष्णुता और सत्य के उनके आदर्शों और मूल्यों का पालन जारी रखने का संकल्प लिया।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्र में गांधी जयंती समारोह का नेतृत्व किया। वहीं ब्रिटेन, रूस, चीन, पाकिस्तान और अन्य देशों में भी गांधी जयंती मनाई गई।

 ⁠

प्रधान न्यायाधीश बी आर गवई, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने भी महात्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की तथा राष्ट्र को उनके आदर्शों और बलिदान की याद दिलाई।

इस अवसर पर कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सर्वधर्म प्रार्थनाएं आयोजित की गईं और स्वच्छता अभियान चलाए गए, जिसमें राज्यपालों, उपराज्यपालों और मुख्यमंत्रियों ने लोगों से महात्मा गांधी के बताए अनुसार स्वच्छता का पालन करने का आह्वान किया।

राष्ट्रपति मुर्मू ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी अपने संदेश में कहा, ‘‘सभी नागरिकों की ओर से, मैं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनकी 156वीं जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं। यह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आदर्शों और मूल्यों के प्रति खुद को समर्पित करने का अवसर है।’’

उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि गांधी ने अपने जीवन और शिक्षाओं के माध्यम से मानवता को सत्य, प्रेम और निःस्वार्थ सेवा का मार्ग दिखाया। उन्होंने कहा, ‘‘उनका पूरा जीवन वास्तव में सत्य के साथ एक प्रयोग था।’’

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार विकसित भारत के निर्माण के लिए गांधी के मार्ग पर चलेगी।

प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘गांधी जयंती प्रिय बापू के असाधारण जीवन को श्रद्धांजलि देने का दिन है, जिनके आदर्शों ने मानव इतिहास की दिशा बदल दी। उन्होंने दिखाया कि कैसे साहस और सादगी महान परिवर्तन के साधन बन सकते हैं।’’

मोदी ने कहा कि गांधी सेवा और करुणा की शक्ति को लोगों को सशक्त बनाने का आवश्यक साधन मानते थे।

प्रधान न्यायाधीश बीआर गवई ने बृहस्पतिवार को मॉरीशस के महात्मा गांधी संस्थान में गांधी जयंती समारोह में हिस्सा लिया।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश के लोगों से हर साल कम से कम 5,000 रुपये मूल्य के खादी उत्पाद खरीदने की अपील की, ताकि इससे लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा और उनका जीवन बेहतर होगा।

कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने यहां राजघाट पर महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा, ‘‘आज पूरा देश बापू को याद कर रहा है, जिन्होंने देश को सत्य, शांति और अहिंसा का मार्ग दिखाया और (पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर) शास्त्री को भी, जिन्होंने अपने अटूट दृढ़ संकल्प से भारत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।’’

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने भी महात्मा गांधी और शास्त्री को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा, ‘‘स्वतंत्रता संग्राम में गांधीजी का योगदान अद्वितीय है, जबकि शास्त्री का जीवन और समय, समर्पण और प्रतिबद्धता का उदाहरण है। वे व्यक्तिगत और राष्ट्रीय चरित्र के उदाहरण हैं, जिनका हमें अनुकरण करना चाहिए।’’

रूस, चीन, पाकिस्तान और कई अन्य देशों में भारतीय राजनयिक मिशनों ने बृहस्पतिवार को महात्मा गांधी की 156वीं जयंती मनाई और उनकी प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया तथा शांति एवं अहिंसा के उनके सार्वभौमिक संदेश की स्थायी प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला।

लंदन के टैविस्टॉक स्क्वायर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के चबूतरे को बृहस्पतिवार को वार्षिक गांधी जयंती समारोह के दौरान इसे पुनः स्थापित कर दिया गया। इस चबूतरे को कुछ दिन पहले ही क्षतिग्रस्त कर दिया गया था।

गुजरात के पोरबंदर में महात्मा गांधी के जन्मस्थान कीर्ति मंदिर में बृहस्पतिवार को एक सर्वधर्म प्रार्थना सभा आयोजित की गई।

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने महात्मा गांधी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि स्वच्छता, स्वदेशी एवं गरीब कल्याण के उनके दृष्टिकोण को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आगे बढ़ा रहे हैं।

स्मारक पर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘महात्मा गांधी ने गरीबों के उत्थान और ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए एक आंदोलन शुरू किया था। यह प्रधानमंत्री मोदी ही हैं, जिन्होंने महात्मा गांधी के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाया। प्रधानमंत्री मोदी सुशासन लेकर आए जिससे गरीबों, हाशिये पर पड़े लोगों और दलितों के उत्थान एवं कल्याण में मदद मिली।’’

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर के आवासीय भवन के प्रथम तल पर महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के चित्रों पर पुष्प अर्पित करने के बाद उनके व्यक्तित्व और राष्ट्रहित में उनके अविस्मरणीय योगदान को याद करते हुए कृतज्ञता व्यक्त की।

उन्होंने कहा कि ‘डबल इंजन सरकार’ स्वदेशी, आत्मनिर्भरता और स्वच्छता की नीतियों के माध्यम से उनके सपनों को साकार कर रही है।

बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनकी शिक्षाओं का अनुसरण करने से समाज में भाईचारे और सद्भाव का माहौल कायम होगा।

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस अवसर पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की।

बनर्जी ने महात्मा गांधी को एक महान नेता बताते हुए कहा कि उनका नाम इतिहास के पन्नों में हमेशा स्वर्णाक्षरों में अंकित रहेगा। उन्होंने राष्ट्रपिता की शांति और अहिंसा की गहन शिक्षाओं को याद किया।

असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने गुवाहाटी में स्वच्छता अभियान में हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि गांधीजी के सत्य, अहिंसा और करुणा के शाश्वत आदर्श मानवता के पथ को आलोकित करते हैं और आने वाली पीढ़ियों को शांति और सद्भाव के लिए प्रयास करने के लिए प्रेरित करते हैं।

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने बृहस्पतिवार को आरएसएस के शताब्दी समारोह के उपलक्ष्य में एक विशेष डाक टिकट और स्मारक सिक्का जारी करने की निंदा की और कहा कि भारत को एक ऐसे संगठन का जश्न मनाने की ‘दयनीय स्थिति’ से बचाया जाना चाहिए, जिसने महात्मा की हत्या करने वाले सांप्रदायिक तत्व की सोच को आकार दिया।

चेन्नई में महात्मा गांधी की जयंती पर उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए स्टालिन ने कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और महात्मा गांधी ने इसका मूल दर्शन स्थापित किया।

केरल के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने भी महात्मा गांधी को उनकी 156वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

विजयन ने गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए, एक अक्टूबर को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के शताब्दी समारोह मनाने की आलोचना की और कहा कि राष्ट्रपिता की हत्या के बाद इस संगठन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। उन्होंने आरएसएस की स्थापना के 100 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में एक डाक टिकट और 100 रुपये का सिक्का जारी करने के संदर्भ में कहा, ‘‘यह एक ऐसा निर्णय है, जो संविधान का अपमान करता है।’’

देश भर के अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में भी गांधी जयंती मनाई गई।

भाषा धीरज सुरेश

सुरेश


लेखक के बारे में