उत्तराखंड : हरिद्वार में गोलीबारी में घायल गैंगस्टर विनय त्यागी की मौत, सीबीआई जांच की मांग
उत्तराखंड : हरिद्वार में गोलीबारी में घायल गैंगस्टर विनय त्यागी की मौत, सीबीआई जांच की मांग
हरिद्वार, 27 दिसंबर (भाषा) उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में तीन दिन पहले दिनदहाड़े हुई गोलीबारी में गंभीर रूप से घायल गैंगस्टर विनय त्यागी की शनिवार को अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी।
उधर, त्यागी के परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस की मिलीभगत से उसकी हत्या की साजिश रची गयी। त्यागी के परिजनों ने उसकी मौत के मामले की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराए जाने की मांग की है।
पुलिस ने बताया कि त्यागी को 24 दिसंबर को रुड़की जेल से लक्सर अदालत में पेशी के लिए ले जाया जा रहा था और उसी दौरान रास्ते में लक्सर फलाईओवर के पास दो बदमाशों ने पुलिस वाहन पर कथित रूप से ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं, जिसमें त्यागी गंभीर रूप से घायल हो गया।
पुलिस के मुताबिक, कुख्यात सुनील राठी गिरोह के गैंगस्टर त्यागी को तीन गोलियां लगी थीं, जिसके बाद गंभीर हालत में उसे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स)-ऋषिकेश में भर्ती कराया गया, जहां शनिवार सुबह उसकी मौत हो गयी।
पुलिस ने बताया कि गोलीबारी में दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे।
पुलिस के मुताबिक, घटना के अगले दिन गोलियां चलाने वाले दोनों बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया था और उन्होंने आपसी रंजिश की वजह से त्यागी पर हमला करने की बात कबूल की।
हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।
उन्होंने बताया कि हमलावर सनी यादव और अजय के खिलाफ दर्ज मुकदमे में हत्या के प्रयास की धारा को अब हत्या की धारा में बदल दिया गया है।
त्यागी की मौत के बाद उसके परिजनों ने इसे पुलिस की मिलीभगत से रची गयी साजिश बताते हुए इसकी सीबीआई से जांच कराए जाने की मांग की है।
एम्स-ऋषिकेश में मौजूद त्यागी की बहन सीमा त्यागी ने आरोप लगाया कि उसकी मौत इलाज में जानबूझकर बरती गयी लापरवाही के कारण हुई है ताकि सच्चाई को दबाया जा सके। सीमा ने भाई की मौत के बाद अब अपनी भाभी की जान को भी खतरा बताया और कहा कि उनके परिवार को सुरक्षा दी जाए तथा पूरे मामले की सीबीआई जांच कराई जाए।
त्यागी की मौत से पहले भी अस्पताल में उन्होंने इस पूरे मामले में पुलिस की मिलीभगत बताते हुए साजिश की आशंका जताई थी। उन्होंने मामले में देहरादून के एक चिकित्सक और बड़े ठेकेदार का नाम लेते हुए आरोप लगाया था कि उन्होंने विनय की करोड़ों रुपये की संपत्ति को हड़पने के लिए ही यह साजिश रची है।
सीमा ने कहा, ”पहले तो इन दोनों ने विनय को झूठे मुकदमे में जेल भिजवाया। इसके बाद उन्होंने विनय की पत्नी को दो दिन तक बंधक बनाकर रखा और उससे करोड़ों रुपये की जमीनों के कागजात को अपने नाम करवाने के बाद ही उसे छोड़ा।”
गैंगस्टर की मौत को त्यागी महासभा ने भी संदिग्ध बताया और कहा कि यह पुलिस की मिलीभगत से की गयी हत्या है। महासभा के पदाधिकारी प्रवीण त्यागी ने आरोप लगाया, ” पुलिस ने मुठभेड़ करने से बचने के लिए बदमाशों से त्यागी की हत्या करवा दी।”
उन्होंने कहा कि अब त्यागी समाज इस पूरे मामले पर चर्चा करेगा और उसके बाद एकजुट होकर आगे की रणनीति तय की जाएगी।
उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर जिले के खाईखेडी गांव का रहने वाले विनय त्यागी का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है। उसके खिलाफ दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में हत्या, हत्या के प्रयास, वसूली, डकैती, चोरी और ठगी जैसे मामलों में कुल 57 गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
विनय त्यागी की पत्नी दो बार उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के पुरकाजी ब्लॉक की प्रमुख भी रही है जबकि एक बार उसने स्वयं भी उत्तर प्रदेश की देवबंद विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ा था।
जानकार सूत्रों ने बताया कि अपराध की दुनिया से विनय त्यागी ने अकूत दौलत इकट्ठी की और दिल्ली, मेरठ, मुजफ्फरनगर सहित अनेक जगहों पर उसकी करोड़ों रुपये की बेनामी संपत्तियां हैं।
पुलिस जांच के अनुसार, लक्सर में विनय त्यागी पर कथित तौर पर गोलियां चलाने वाले दो बदमाशों में से एक सनी यादव पहले उसके लिए ही काम करता था। यादव एक हत्या के मामले में सजायाफ्ता मुजरिम है और हाल ही में पैरोल पर बाहर आया था।
भाषा
सं, दीप्ति
रवि कांत

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