गैस सिलेंडर हादसे में 50 लाख रुपए तक का मिलता है इंश्योरेंस, ऐसे करना होता है क्लेम

गैस सिलेंडर हादसे में 50 लाख रुपए तक का मिलता है इंश्योरेंस : Gas Cylinder Insurance: company gives 50 lakh rupees on the accident

गैस सिलेंडर हादसे में 50 लाख रुपए तक का मिलता है इंश्योरेंस, ऐसे करना होता है क्लेम
Modified Date: November 29, 2022 / 08:04 pm IST
Published Date: December 17, 2021 2:47 pm IST

नई दिल्ली: Gas Cylinder Insurance रसोई गैस सिलेंडर के उपयोग करने के दौरान सतर्कता बरतने के बाद भी कई बार हादसे हो जाते है। हादसे में आर्थिक रूप से नुकसान तो होता ही है, इसके साथ ही कई लोगों की जान भी चली जाती है। ऐसे समय में पीड़ित ग्राहकों को मुआवजा दिया जाता है। दरअसल, सिलेंडर (LPG Gas cylinder) खरीदते वक्त ही ग्राहकों का इन्श्योरेंस हो जाता है। 50 लाख रुपए तक होने वाले यह इंश्योरेंस सिलेंडर की एक्सपायरी से जुड़ा होता है। अक्सर लोग सिलेंडर की एक्सपायरी डेट चेक किए बिना ही इसे खरीद लेते हैं। गैस कनेक्शन लेते ही उपभोक्ता का 40 लाख रुपए तक का दुर्घटना बीमा हो जाता है। गैस सिलेंडर से हादसा होने पर पीड़ित इन्श्योरेंस क्लेम कर सकता है। साथ ही, सामूहिक दुर्घटना होने पर 50 लाख रुपए तक देने का प्रावधान है।

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पर्सनल एक्सीडेंट कवर
Gas Cylinder Insurance नियम के अनुसार, डीलर की तरफ से डिलिवरी से पहले सिलेंडर को अच्छी तरह चेक किया जाता है कि गैस बिल्कुल ठीक है या नहीं. ग्राहक के घर पर एलपीजी सिलेंडर की वजह से हादसे में हुए जान-माल के नुकसान के लिए पर्सनल एक्सीडेंट कवर देना होता है। हादसे में ग्राहक की प्रॉपर्टी/घर को नुकसान पहुंचता है तो प्रति एक्सीडेंट 2 लाख रुपये तक का इंश्योरेंस क्लेम मिलता है।

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जानिए कैसे करें क्लेम
1. एक दुर्घटना पर अधिकतम 50 लाख रुपये तक का मुआवजा मिल सकता है. दुर्घटना से पीड़ित प्रत्येक व्यक्ति को अधिकतम 10 लाख रुपये की क्षतिपूर्ति दी जा सकती है।
2. LPG सिलेंडर के बीमा कवर पाने के लिए ग्राहक को दुर्घटना होने की तुरंत सूचना नजदीकी पुलिस स्टेशन और अपने एलपीजी वितरक को देनी होती है।
3. PSU ऑयल विपणन कंपनियां जैसे इंडियन ऑयल, एचपीसी तथा बीपीसी के वितरकों को व्यक्तियों और संपत्तियों के लिए तीसरी पार्टी बीमा कवर सहित दुर्घटनाओं के लिए बीमा पॉलिसी लेनी होती है।
4. ये किसी व्यक्तिगत ग्राहक के नाम से नहीं होतीं बल्कि हर ग्राहक इस पॉलिसी में कवर होता है। इसके लिए उसे कोई प्रीमियम भी नहीं देना होता।


लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।