आदिवासी समाज की परंपरा और कला-संस्कृति को संरक्षित करने का सरकार प्रयास कर रही: सोरेन

आदिवासी समाज की परंपरा और कला-संस्कृति को संरक्षित करने का सरकार प्रयास कर रही: सोरेन

आदिवासी समाज की परंपरा और कला-संस्कृति को संरक्षित करने का सरकार प्रयास कर रही: सोरेन
Modified Date: November 29, 2022 / 07:53 pm IST
Published Date: April 8, 2022 1:17 am IST

रांची, सात अप्रैल (भाषा) झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य सरकार आदिवासी समाज की परंपरा और कला- संस्कृति को जीवंत, अक्षुण्ण और संरक्षित करने का लगातार प्रयास कर रही है।

मुख्यमंत्री ने यहां सिरोमटोली सरना स्थल के सौदर्यीकरण योजना का शिलान्यास करते हुए यह बात कही। लगभग पांच करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले इस सरना स्थल परिसर में कई सुविधाएं उपलब्ध होंगी ।

सोरेन ने कहा कि राज्य के सभी सरना और मसना स्थलों को संरक्षित करने का संकल्प राज्य सरकार ने लिया है ताकि आने वाली पीढ़ी भी इसके ऐतिहासिक महत्व से भलीभांति वाकिफ रहे।

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उन्होंने राज्यवासियों से कहा कि अगर उनकी नजर में किसी उत्सव स्थल को विकसित और संरक्षित करने की जरूरत है तो उसकी जानकारी दें, इस दिशा में सरकार अवश्य पहल करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व की प्राचीनतम व्यवस्थाओं में आदिवासी समाज की व्यवस्था को जाना जाता है, हालांकि आज के भौतिकवादी युग में सामंजस्य स्थापित करने में आदिवासी समाज थोड़ा पिछड़ सा गया है, लेकिन आदिवासियों के हक और अधिकार तथा विकास के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने अलग से आदिवासी कल्याण मंत्रालय बनाया है।

भाषा, इन्दु

राजकुमार

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