जीएसआई ने शिमला की सड़क के धंसने पर रिपोर्ट सौंपी
जीएसआई ने शिमला की सड़क के धंसने पर रिपोर्ट सौंपी
शिमला, 16 दिसंबर (भाषा) भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) द्वारा शिमला में 22-23 नवंबर को धंस गई सड़क के एक हिस्से के संबंध में प्रस्तुत रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि सुरंग बनाने के लिए विस्फोट करने के तरीके को पूरी तरह से रोक दिया जाना चाहिए।
जीएसआई ने मंगलवार को शिमला के उपायुक्त (डीसी) अनुपम कश्यप को सौंपी गई अपनी रिपोर्ट में कहा कि यह घटना पानी के दो पाइप से रिसाव के कारण हुई थी।
अधिकारियों ने बताया कि इस घटना के अन्य कारकों में मानवजनित कारण शामिल हैं, जैसे सुरंग निर्माण से उत्पन्न कंपन। उन्होंने बताया कि रिपोर्ट में सुरंग निर्माण के लिए विस्फोट को पूरी तरह से रोकने का सुझाव दिया गया है। हालांकि, शारीरिक श्रम पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा।
गत 22-23 नवंबर को भट्टाकुफर में सड़क का एक हिस्सा (2.2 मीटर लंबा, 1.5 मीटर चौड़ा और चार मीटर गहरा) धंस गया था, जिससे सड़क पर एक बड़ा गड्ढा बन गया। एक स्कूल बस का अगला टायर गड्ढे में फंस गया और इस कारण एक छात्रा उसमें गिर गई, लेकिन स्थानीय लोगों ने उसे बचा लिया।
इस घटना से स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया, जिन्होंने आरोप लगाया कि यह घटना कैथलीघाट-धल्ली चार-लेन राजमार्ग पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा किए जा रहे दोहरी सुरंग के निर्माण कार्य के कारण हुई, क्योंकि निर्माण स्थल सुरंग निर्माण स्थल के निकट स्थित था।
एनएचएआई ने हालांकि इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि जिस जगह यह घटना हुई, उसका रखरखाव हिमाचल प्रदेश लोक निर्माण विभाग द्वारा किया जा रहा था।
इस घटना के बाद, उपायुक्त ने सुरंग निर्माण के लिए जिम्मेदार कंपनी को निर्माण कार्य तुरंत रोकने का निर्देश दिया और उसका लाइसेंस भी अस्थायी रूप से रद्द कर दिया।
उपायुक्त ने कंपनी के प्रतिनिधियों से एक रिपोर्ट भी मांगी थी, जिसमें मार्च 2024 में सुरंग का निर्माण शुरू होने के समय किए गए सर्वेक्षण का विवरण मांगा गया था।
कश्यप ने मंगलवार को कहा था कि सुरंग निर्माण से प्रभावित क्षेत्र में सड़क निर्माण के दौरान घरों में दरारें आ गई हैं और निर्माण कंपनी इन घरों को हुए नुकसान पर एक रिपोर्ट तैयार करेगी।
उन्होंने कहा कि प्रशासन यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करेगा कि उन्हें मुआवजा मिले।
डीसी ने कहा कि जीएसआई की रिपोर्ट में घटना का मुख्य कारण पाइप से रिसाव बताया गया है।
उन्होंने बताया कि जल शक्ति विभाग ने तुरंत उन पाइपों की मरम्मत कर दी।
भाषा देवेंद्र पवनेश
पवनेश

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