गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स यानी जीएसटी के हम पर जो असर होने वाला है. उसको आंकड़ों में अगर देखें तो. जो नतीजा निकला है. उसे हम आपके साथ शेयर करना चाहते हैं ।
1 जुलाई से जैसे अब आपको डिब्बाबंद खाना महंगा पड़ेगा, रेडिमेड कपड़ों का बजट बढ़ जाएगा..जबकि महिलाओं का ब्यूटी पार्लर जाना हो हुआ महंगा । वहीं रेस्टोरेंट में खाना खाना पहले से थोड़ा सस्ता होगा लेकिन स्टार रेटेड रेस्टोरेंट्स में खाना महंगा हो गया । मनोरंजन के साधनों पर भी असर पड़ा है । सिनेमा, थिएटर, केबल और डीटीएच सर्विस थोड़ी सस्ती हुई क्योंकि इन सब पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगेगा ..जो अभी राज्य सरकारों की ओर से लगाए जा रहे एंटरटेनमेंट टैक्स से कम ही होगा ।
टेलिफोन बिल पर मौजूदा 15 प्रतिशत की बजाए 18 प्रतिशत जीएसटी लागू किया गया है. इसलिए बिल बढ़ सकता है ।
1000 रुपए से कम कीमत के कपड़ों पर टैक्स में कोई बदलाव नहीं होगा. इन पर मौजूदा 5 प्रतिशत की दर ही लागू रहेगी. लेकिन, कीमती कपड़े और महंगे होंगे क्योंकि अभी इन पर 8 प्रतिशत टैक्स लगता है जबकि जीएसटी में 12 प्रतिशत टैक्स देना होगा ।
टू-व्हीलर वाहन सस्ते होंगे लेकिन बहुत ज्यादा नहीं क्योंकि मोटरसाइकल या स्कूटर पर वैट और एक्साइज ड्यूटी मिलाकर उसकी कुल लागत का 30 प्रतिशत पड़ता है जबकि जीएसटी की दर 28 प्रतिशत होगी । छोटी कारें अच्छी-खासी सस्ती होने वाली हैं क्योंकि इन कारों पर 29 प्रतिशत जीएसटी लगना है जबकि अभी इन पर 40 प्रतिशत टैक्स लग रहा है.
जीएसटी में दवाइयों की कीमतें भी घटेंगी क्योंकि इन पर अभी 14 प्रतिशत टैक्स लग रहा है.. जो घटकर 12 प्रतिशत रह जाएगा.
GST लागू होते ही हवाई यात्रा में इकॉनमी क्लास के टिकट थोड़े सस्ते होंगे क्योंकि मौजूदा 5.60 प्रतिशत टैक्स की जगह जीएसटी में 5 प्रतिशत टैक्स लगेगा..वहीं बिजनेस क्लास के टिकट महंगे होंगे क्योंकि कि अभी इन पर 8.40 प्रतिशत टैक्स लग रहा है जबकि जीएसटी में ये बढ़कर 12 प्रतिशत हो जाएगा.
1 जुलाई से फर्स्ट, सेकंड और थर्ड एसी के टिकट महंगे . उपनगरीय रेल सेवाओं के फर्स्ट क्लास टिकट पर भी थोड़ा ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगे ।
अगर आप 30 जून के बाद मोबाइल खरीदते हैं तो आपको 1.5 प्रतिशत कम टैक्स देना होगा.. यानी 1 जुलाई से स्मार्टफोन भी सस्ते हो जाएंगे । जीएसटी में कोचिंग क्लासेज महंगे भी हो जाएंगे क्योंकि अभी इन पर अभी 15 प्रतिशत टैक्स लगता है. जो जुलाई के बाद बढ़कर 18 प्रतिशत होने जा रहा है ।
इसके साथ मोबाइल बिल, क्रेडिट कार्ड का बिल भी महंगा होगा। सर्विसेस पर 15 प्रतिशत टैक्स लगता है..जिसमें 14 प्रतिशत सर्विस टैक्स, 0.5 फीसदी स्वच्छ भारत सेस और 0.5 प्रतिशत कृषि कल्याण सेस शामिल है..जो जीएसटी के बाद बढ़कर 18 प्रतिशत से ज्यादा हो जाएगा । GST आने के बाद MRP पर भी टैक्स लगने लगेगा ।