बरेली, छह दिसंबर (भाषा) कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय राय ने ‘बुलडोजर कार्रवाई’ को लेकर सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए शनिवार को कहा कि बुलडोजर केवल विपक्ष और सरकार की आलोचना करने वालों पर चलाया जा रहा है।
शनिवार को बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर बरेली में पहुंचे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने दावा किया कि “जो लोग सरकार के समर्थक, फाइनेंसर या साझेदार हैं, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती।”
उन्होंने बनारस के कथित जहरीले कफ सिरप मामले का उदाहरण देते हुए कहा कि इसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से जुड़े कई लोग शामिल हैं, फिर भी उनके खिलाफ बुलडोजर नहीं चलता।
राय ने आरोप लगाया कि बच्चों की मौत के जिम्मेदार लोग खुलेआम घूम रहे हैं और सरकार उन्हें संरक्षण दे रही है।
राय ने केंद्र सरकार पर संविधान को कमजोर करने तथा विपक्ष को दबाने का आरोप लगाते हुए कहा कि “बाबा साहेब ने देश को जो संविधान दिया, उसी के मार्ग पर आज देश चल रहा है, लेकिन मौजूदा सरकार संविधान को तोड़ने और बदलने का प्रयास कर रही है, जिसे कांग्रेस किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी।”
राय ने इंडिगो एयरलाइंस के संचालन में आई अव्यवस्था का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार की नाकामी का आलम यह है कि लोग अपने शादी के रिसेप्शन में भी वर्चुअल माध्यम से शामिल हो रहे हैं, जो बेहद शर्मनाक है।
उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस का प्रत्येक कार्यकर्ता, प्रत्येक सिपाही संविधान की रक्षा के लिए पूरी तरह से कटिबद्ध है। जरूरत पड़ी तो इसके लिए प्राणों की आहुति देने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
कांग्रेस नेता ने राहुल गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने देश में संविधान की रक्षा की जो लड़ाई शुरू की है, वह आगे भी पूरी मजबूती के साथ जारी रहेगी और देश का हर नागरिक इस संघर्ष के साथ खड़ा है।
राय ने बरेली में कोतवाली स्थित बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके उपरांत वे हाल ही में दिवंगत हुए अध्यापक एवं मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) में कार्यरत अजय अग्रवाल के कर्मचारी नगर स्थित आवास पर पहुंचे।
कांग्रेस नेता ने अग्रवाल के परिजनों से मिलकर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने सरकार से मांग की कि दिवंगत अजय अग्रवाल के पुत्र को संविदा/सरकारी नौकरी प्रदान की जाए तथा शोकग्रस्त परिवार को उचित आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए, ताकि परिवार को इस कठिन समय में सहारा मिल सके।
भाषा
सं, आनन्द रवि कांत