Lost Luggage
How to find lost items in train: देशभर में रोजाना करोड़ों लोग ट्रेन के जरिए सफर करते हैं। ट्रेन में सफर के दौरान अक्सर ऐसी घटनाएं हो जाती है, जो लोगों के लिए परेशानी बन जाती हैं। जैसे कि, कई बार जल्दबाज़ी में सफर करते हुए बैग या कोई जरूरी चीज ट्रेन में ही छूट जाती है। उतरने के बाद जब ध्यान आता है, तो घबराहट के चलते कई सवाल उठते हैं कि अब यह वापस मिलेगा या नहीं? तो आईये आपको बताते हैं, किस तरह वापस मिल सकता है आपका सामान..
ऐसे में अक्सर लोग घबरा जाते हैं कि अब क्या किया जाए..? क्योंकि उन्हें पता नहीं होता ऐसे में क्या करना चाहिए। जिसके चलते समय बीतता रहता है और सामान वापस मिलने के चांस बहुत कम हो जाते हैं। अगर समय रहते तुरंत सही जगह सूचना दे दी जाए तो बैग या कोई चीज सही-सलामत मिलने के चान्सेस ज्यादा होते हैं जब आपको ट्रेन से उतारते वक्त याद आता है कि आपका कोई सामान ट्रेन में ही छूट गया है। तो आपको तुरंत रेल मदद ऐप (Rail Madad App) या वेबसाइट पर अपनी शिकायत दर्ज करानी चाहिए। आप रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 पर भी कॉल कर सकते हैं। रेल मदद ऐप डाउनलोड करें या रेल मदद की वेबसाइट https://railmadad.indianrailways.gov.in/madad/final/home.jsp पर जाएं। अपनी शिकायत दर्ज करने के लिए अपना मोबाइल नंबर और अन्य विवरण भरें।
ट्रेन में छूटा हुआ सामान वापस पाने के लिए, जिस स्टेशन पर आप ट्रेन से उतरे थे, वहां जाकर रेल अधिकारियों से मिलें और उन्हें सामान छूटने की जानकारी दें। इसके अलावा आपकों रेलवे पुलिस फोर्स को भी इस बारे में सूचना देनी होती है।
How to find lost items in train: यदि तुरंत सामान नहीं मिलता है, तो आपको रेलवे पुलिस फोर्स (RPF) में FIR दर्ज करवानी होगी। इसके बाद अगर आपका सामान मिल जाता है। तो उसे ढूंढ कर उसी स्टेशन पर पहुंचा दिया जाता है। जिस स्टेशन पर उसके खोने की शिकायत दर्ज करवाई जाती है।
रेलवे के पास लॉस्ट एंड फाउंड एक सेल भी होता है। रेलवे आपके खोए हुए सामान को ढूंढता है और मिलने पर आपको स्टेशन पर बुलाता है इसमें हर मिलने वाले सामान की एंट्री की जाती है और उसे बकायदा सुरक्षित रखा जाता है। आप यहां जाकर या फिर कॉल करके पूछ सकते हैं कि आपका बैग या चीज वहां जमा हुई है या नहीं। आपको अपना टिकट और पहचान पत्र दिखाना होगा, जिससे आपके असली मालिक होने की पुष्टि हो सके खोए हुए सामान की जानकारी रेलवे की वेबसाइट पर भी अपलोड की जा सकती है, जहाँ आप उसे देख सकते हैं, जैसे पश्चिमी रेलवे की “ऑपरेशन अमानत” सेवा में यदि सामान कीमती है, तो उसे 24 घंटे के बाद जोनल ऑफिस में भेज दिया जाता है।