पुरी अग्निकांड में मारी गई लड़की के अंतिम दर्शन के लिए उसके गांव में सैकड़ों लोग उमड़े
पुरी अग्निकांड में मारी गई लड़की के अंतिम दर्शन के लिए उसके गांव में सैकड़ों लोग उमड़े
भुवनेश्वर, चार अगस्त (भाषा) ओडिशा के पुरी जिले में आग में झुलसने के कारण मारी गई 15 वर्षीय लड़की का शव बयाबर गांव लाए जाने के बाद सोमवार को उसके अंतिम दर्शन के लिए गांव में सैकड़ों लोग उमड़ पड़े।
बलंगा इलाके में 19 जुलाई को लड़की के घर के पास कथित तौर पर तीन बदमाशों ने उस पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दी थी। लड़की 70 प्रतिशत से अधिक झुलस गई थी। उसे अगले ही दिन विमान से दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ले जाया गया, लेकिन शनिवार शाम को उसकी मौत हो गई। इस घटना से ओडिशा और अन्य जगहों पर भारी आक्रोश फैल गया था।
राज्य की उपमुख्यमंत्री और नीमापारा विधानसभा क्षेत्र की स्थानीय विधायक प्रवती परिदा, पिपिली के विधायक आश्रित पटनायक के साथ लड़की के घर गईं और उसके परिवार को सांत्वना दी।
किशोरी का पार्थिव शरीर राष्ट्रीय राजधानी से बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लाए जाने के बाद रविवार देर रात गांव पहुंचा।
एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा, ‘‘लड़की का पार्थिव शरीर बयाबर गांव के नुआगोपालपुर बस्ती स्थित उसके घर पर रखा गया था ताकि लोग दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दे सकें।’’
पुलिस ने बताया कि समुदाय की परंपरा के अनुसार, लड़की के शव को गांव के पास दफनाया जाएगा जिसकी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उन्होंने बताया कि बयाबर में लगभग 100 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
किशोरी की मां ने अपनी प्राथमिकी में आरोप लगाया था कि 19 जुलाई की सुबह तीन लोगों ने उसकी बेटी को आग के हवाले कर दिया था। किशोरी की मौत के कुछ घंटों बाद ओडिशा पुलिस ने हालांकि दावा किया कि इस घटना में कोई भी व्यक्ति शामिल नहीं था और अनुरोध किया कि इस मामले पर कोई सनसनीखेज बयान नहीं दिया जाए।
लड़की के पिता ने एक वीडियो भी जारी किया, जिसमें दावा किया गया कि मानसिक तनाव के कारण उसने आत्महत्या कर ली।
भाषा सुरभि सिम्मी
सिम्मी

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