अकाली दल में बगावत के बीच सुखबीर ने कहा, ‘कौम’ को कमजोर करने की मंशा वाले ‘गद्दारों’ को पहचानें

अकाली दल में बगावत के बीच सुखबीर ने कहा, ‘कौम’ को कमजोर करने की मंशा वाले 'गद्दारों' को पहचानें

अकाली दल में बगावत के बीच सुखबीर ने कहा, ‘कौम’ को कमजोर करने की मंशा वाले ‘गद्दारों’ को पहचानें
Modified Date: August 15, 2024 / 10:36 pm IST
Published Date: August 15, 2024 10:36 pm IST

चंडीगढ़, 15 अगस्त (भाषा) शिरोमणि अकाली दल (शिअद) प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने बृहस्पतिवार को ‘कौम’ (सिख समुदाय) से उन ‘गद्दारों’ की पहचान करने के लिए कहा जिनका एकमात्र लक्ष्य समुदाय को ‘कमजोर’ करना है।

उन्होंने ‘कौम’ से उन लोगों की पहचान करने को कहा जो उनके अपने हैं और जो उनके अपने नहीं हैं।

बादल की टिप्पणी पार्टी नेताओं के एक वर्ग के विद्रोह की पृष्ठभूमि में आई है, जो चाहते थे कि लोकसभा चुनाव में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद वह शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष पद से हट जाएं।

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बादल लुधियाना के इसरू में आयोजित सम्मेलन में लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी पार्टी 103 साल पुरानी है। आज हमारी ‘कौम’ पर हमला किया जा रहा है। आपकी अपनी पार्टी (शिअद) पर हमला किया जा रहा है। हमारी ‘कौम’ के भीतर कुछ गद्दार हैं। कुछ लोग हैं जो ‘छोटे चौधरों’ (छोटे पदों) और सुरक्षाकर्मियों के लिए बिक गए, जबकि उनका एकमात्र लक्ष्य हमारे ‘कौम’ (समुदाय) को कमजोर करना है।’’

उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा कि हमले के खिलाफ लड़ने के बजाय, वे हमारे दुश्मनों का समर्थन कर रहे हैं।

बादल ने कहा, ‘‘हमें पहचानना चाहिए कि ‘कौम’ के गद्दार कौन हैं। आपके नेता कौन हैं? जब तक हम अच्छे और बुरे की पहचान नहीं करेंगे, हम पर हमले होते रहेंगे।’’

गौरतलब है कि शिरोमणि अकाली दल अपने इतिहास में सबसे गंभीर बगावत का सामना कर रहा है जहां पूर्व सांसद प्रेम सिंह चंदूमाजरा और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति की पूर्व प्रमुख बीबी जागीर कौर सहित पार्टी नेताओं का एक वर्ग बादल से पद छोड़ने की मांग कर रहा है।

शिरोमणि अकाली दल पहले ही पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में पार्टी के संरक्षक सुखदेव सिंह ढींडसा और आठ अन्य बागियों को निष्कासित कर चुका है।

विद्रोही अकाली नेताओं ने ‘शिरोमणि अकाली दल सुधार लहर’ की शुरुआत की थी जिसका उद्देश्य 103 साल पुराने संगठन को ‘मजबूत और उन्नत’ बनाना था।

भाषा संतोष अविनाश

अविनाश


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