महिलाएं संगठित होंगी तो उनकी राह के कांटे स्वतः दूर हो जाएंगे : वसुंधरा राजे |

महिलाएं संगठित होंगी तो उनकी राह के कांटे स्वतः दूर हो जाएंगे : वसुंधरा राजे

महिलाएं संगठित होंगी तो उनकी राह के कांटे स्वतः दूर हो जाएंगे : वसुंधरा राजे

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:55 PM IST, Published Date : August 20, 2022/9:25 pm IST

जयपुर, 20 अगस्‍त (भाषा) राजस्‍थान की पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने शनिवार को कहा कि महिलाएं संगठित होंगी तो उनकी राह के कांटे स्वतः दूर हो जाएंगे। साथ ही उन्‍होंने कहा कि कोई भी राष्ट्र नारी शक्ति के बिना पूर्ण विकसित नहीं हो सकता।

राजे यहां भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान (आईसीएआई) की महिला शाखा द्वारा आयोजित ‘विदुषी’ कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं।

उन्‍होंने कहा, ‘‘महिलाओं की आबादी देश में करीब 70 करोड़ और राज्य में लगभग चार करोड़ है। जब हम सब महिलायें संगठित होंगी तो हमारी राह के कांटे स्वतः दूर हो जाएंगे। हमारी आबादी किसी भी परिवर्तन के लिए कम नहीं है, लेकिन हमें अपनी ताकत का अंदाज़ा ही नहीं है।’’

उन्होंने कहा कि जब नारी साधना के साथ संकल्प लेती है तो पहाड़ों को भी हिला कर रख देती है। उन्‍होंने कहा, ‘‘मैं जब राजस्थान की राजनीति में आई तब मेरे सामने भी चुनौतियां कम नहीं थीं। आज भी हैं लेकिन यदि मैं डर जाती तो नेक नियती की राह पर आगे बढ़ ही नहीं पाती।’’

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी स्वाधीनता दिवस पर जो संबोधन दिया उसमें कहा है कि हर क्षेत्र में बढ़ती भूमिका के बावजूद महिलाओं को अब भी कमतर समझा जाता है। उन्होंने कहा कि पिछले 75 वर्षों में महिलाओं ने जितना योगदान दिया है, वे आने वाले 25 वर्षों में उससे कई गुना ज़्यादा योगदान करने वाली हैं।

भाषा पृथ्‍वी अर्पणा

अर्पणा

 

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