आईआईटी ने पादप रोगों का पता लगाने, कीटनाशकों के छिड़काव के लिए रोबोटिक प्रणाली तैयार की
आईआईटी ने पादप रोगों का पता लगाने, कीटनाशकों के छिड़काव के लिए रोबोटिक प्रणाली तैयार की
कोलकाता, 15 मई (भाषा) स्मार्ट खेती को बढ़ावा देने के लिए खड़गपुर स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के यांत्रिकी अभियांत्रिकी विभाग ने पौधों की बीमारियों का पता लगाने और स्वचालित रूप से कीटनाशकों का छिड़काव करने में किसानों की मदद के लिए एक रोबोट प्रणाली विकसित की है। संस्थान के प्रवक्ता ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि ‘सेमी ऑटोमैटिक ट्रैक्ड मोबाइल मैनिपुलेटर कम एग्रीकल्चरल रोबोटिक सिस्टम’ सटीक रूप से रोग का पता लगाने और उपयुक्त कीटनाशकों के स्वचालित छिड़काव के लिए कैमरा-आधारित तस्वीर विश्लेषण का उपयोग करता है।
प्रवक्ता ने कहा कि हालांकि ड्रोन आधारित कृषि रोबोटों ने लोकप्रियता हासिल कर ली है, लेकिन उन्हें पौधों की पत्तियों की उच्च गुणवत्ता वाली तस्वीरें लेने में दिक्कत होती है और यह रोबोटिक प्रणाली इस खामी को दूर करेगी।
अधिकारी ने बताया कि यांत्रिकी अभियांत्रिकी विभाग के प्रोफेसर दिलीप कुमार प्रतिहार के नेतृत्व वाली टीम द्वारा विकसित इस रोबोटिक प्रणाली को ‘भारत पेटेंट’ प्रदान किया गया है।
उन्होंने कहा कि इस प्रणाली का उद्देश्य पौधों की बीमारियों की पहचान करने तथा उचित एवं सुरक्षित कीटनाशक का प्रयोग सुनिश्चित करने में किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करना है।
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के वित्तीय सहयोग से तैयार की गई इस प्रणाली का उद्देश्य न केवल हाथ से कीटनाशक छिड़काव के दौरान किसानों के सामने आने वाले स्वास्थ्य जोखिमों को कम करना है, बल्कि खाद्य गुणवत्ता और कृषि उत्पादकता में भी उल्लेखनीय वृद्धि करना है।
भाषा
राजकुमार नेत्रपाल
नेत्रपाल

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